मुकेश अंबानी के रिलायंस रिटेल को दुनिया के सबसे बड़े सिंगल ब्रैंड रेस्टोरेंट चेन Subway का भारतीय कारोबार पसंद आ गया है. कंपनी 1,488 से 1,860 करोड़ रुपये में सबवे का भारतीय कारोबार खरीदने के लिए बातचीत में लगी है.
असल में रेस्टोरेंट चेन सबवे अपने चीफ एग्जीक्यूटिव John Chidsey के नेतृत्व में रीस्ट्रक्चरिंग कर रही है. कोरोना संकट के दौर में कंपनी की बिक्री पर काफी विपरीत असर पड़ा है. इसकी वजह से कंपनी लागत में कटौती और कर्मचारियों की छंटनी की तैयारी कर रही है.
गौरतलब है कि रिलायंस रिटेल अभी ग्रॉसरी, ई-फार्मेसी से लेकर फैशन और फर्नीचर तक के कारोबार में है. अब वह अपने बुके में क्विक सर्विस रेस्टोरेंट लाने की तैयारी कर रही है.
600 स्टोर हासिल हो जाएंगे
अगर यह बातचीत सफल रही तो रिलायंस इंडस्ट्रीज को देश भर में Subway के करीब 600 स्टोर हासिल हो जाएंगे. इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, अगर रिलायंस सबवे को खरीद लेता है तो इससे Domino’s, पिज्जा हट, बर्गर किंग, स्टारबक्स आदि को जबरदस्त चुनौती मिलेगी.
कारोबार को सही रास्ते पर लाने की कोशिश
ग्लोबल चेन सबवे अपने भारतीय कारोबार को सही रास्ते पर लाने की कोशिश कर रही है. इसके पहले साल 2017 में भी सबवे के कई भारतीय फ्रेंचाइजी ने मिलकर एक प्लेटफॉर्म तैयार किया था और निवेशकों को तलाशने की कोशिश की थी.
Subway ने 'मास्टर फ्रेंचाइजी नियुक्त किया है जो कि स्टोर के क्लस्टर या छोटे पार्टनर के साथ मिलकर सब-फ्रेंचाइजी स्टोर नियुक्त किया है. डाबर के प्रमोटर अमित बर्मन की फूड रिटेल कंपनी लाइट बाइट फूड ऐसी ही पार्टनर है. Subway का संचालन Doctor’s एसोसिएट के द्वारा किया जाता है जो कि हर फ्रेंचाइजी से 8 फीसदी का रेवेन्यू हासिल करता है.