Retail Inflation in January 2022: जनवरी में भारत की खुदरा महंगाई दर आरबीआई के टार्गेट रेंज से आगे निकलते हुए 6.01 फीसदी पर पहुंच गई. इस तरह देखा जाए तो खुदरा महंगाई दर सात महीनों के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गई. इससे पहले जून, 2021 में रिटेल इंफ्लेशन RBI के टार्गेट रेंज से ऊपर रहा था.
इस वजह से बढ़ी महंगाई
मिनिस्ट्री ऑफ स्टैटिस्टिक्स एंड प्रोग्राम इम्प्लीमेंटेशन द्वारा सोमवार को जारी डेटा के मुताबिक मुख्य रूप से कंज्यूमर गुड्स और टेलीकॉम से जुड़ी कीमतों में उछाल की वजह से जनवरी में खुदरा महंगाई दर आरबीआई के कंफर्टेबल टार्गेट से आगे निकल गई. दिसंबर में रिवीजन के बाद CPI पर आधारित महंगाई दर (Inflation) 5.66 फीसदी पर रही थी.
खाने-पीने के सामान हुए महंगे
दिसंबर, 2021 के 4.05 फीसदी के मुकाबले जनवरी, 2022 में फूड इंफ्लेशन (Food Inflation) 5.58 फीसदी पर पहुंच गया. दूसरी ओर, जनवरी 2022 में ईंधन और बिजली की महंगाई घटकर 9.32 फीसदी पर आ गई. दिसंबर, 2021 में यह 10.95 फीसदी पर रही थी.
दुनिया भर में बढ़ रही है महंगाई
यूरोप और अमेरिका सहित पूरी दुनिया ऊंची महंगाई दर से परेशान है और भारत कोई अपवाद नहीं है लेकिन हिस्टॉरिकल स्टैंडर्ड के हिसाब से कीमतों में इजाफा में एक तरह की स्थिरता आई है. इस वजह से केंद्रीय बैंक ने इस बार ब्याज दरों को स्थिर रखने का फैसला किया है.
कोविड-19 के बाद से ये चीजें हुईं महंगी
कोविड-19 महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक चाय, कुकिंग ऑयल, दाल और अन्य वस्तुओं की कीमतें 20-40 फीसद तक चढ़ चुकी हैं. सरकार ने आरबीआई को महंगाई दर को 2-6 फीसदी के बीच सीमित रखने का लक्ष्य दिया है. पिछले सप्ताह आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति ने प्रमुख नीतिगत दरों और मौद्रिक रुख में किसी तरह का बदलाव नहीं किया था. केंद्रीय बैंक ने अगले वित्त वर्ष में खुदरा महंगाई दर के नरमी के साथ 4.5 फीसदी पर रहने का अनुमान जताया है.