फल और सब्जियों (Vegetable) की कीमतों में बढ़ोतरी का असर अब खुदरा महंगाई दर (Retail inflation Rate) के आंकड़ों पर पड़ा है. नवंबर में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 4.91 फीसदी हो गई. अक्टूबर-2021 में खुदरा महंगाई दर 4.48 फीसदी थी. वहीं सितंबर की बात करें तो महंगाई दर 4.35 फीसदी थी. यानी महीने-दर-महीने खुदरा महंगाई दर बढ़ी है.
सालाना आधार पर खुदरा महंगाई दर में राहत
Retail Inflation Rate November: सालाना आधार पर अभी भी खुदरा महंगाई दर बहुत नीचे है. नवंबर-2020 में खुदरा महंगाई दर 6.93 फीसदी रही थी. सोमवार को जारी सरकारी डाटा के मुताबिक सब्जियों के दामों में इजाफे की वजह से महंगाई दर बढ़ी है.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने खुदरा महंगाई के लिए ऊपर और नीचे दोनों की तरफ 2 फीसदी के मार्जिन के साथ 4 फीसदी का लक्ष्य तय किया है. आरबीआई ने दायरा 2-6 फीसदी तय किया है. गौरतलब है कि जून-2021 में महंगाई दर का आंकड़ा रिजर्व बैंक के दायरे से भी बाहर निकल गया था. लेकिन उसके बाद लगातार 5वें महीने नवंबर में खुदरा महंगाई का आंकड़ा सेंट्रल बैंक के लक्ष्य के भीतर रहा है.
महंगाई दर RBI के दायरे में
गौरतलब है कि बीते हफ्ते केंद्रीय बैंक ने 4 फीसदी पर रेपो (Repo Rate) रेट को अपरिवर्तित रखा और नए कोविड-19 वैरिएंट Omicron की चिंताओं के मद्देनजर अपना नरम रुख जारी रखने का फैसला किया था. हालांकि आरबीआई ने कहा था कि निकट भविष्य में कीमतों पर दबाव बना रह सकता है.
RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि RBI ने फिस्कल ईयर 2022 के लिए खुदरा महंगाई दर का टारगेट 5.3% पर बरकरार रखा है. RBI को लगता है कि महंगाई दर थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है. आरबीआई ने रियल GDP ग्रोथ का अनुमान 9.5% बरकरार रखा है.