महंगाई (Inflation) के मोर्चे पर आम आदमी को बड़ी राहत मिली है. साथ ही सरकार की कोशिशें भी रंग लाई हैं. मार्च में खुदरा महंगाई दर 10 महीने में सबसे कम रही है. खाने-पीने की चीजें सस्ती होने से खुदरा महंगाई दर में ये गिरावट दर्ज की गई है.
दरअसल, नेशनल स्टैटिकल ऑफिस (NSO) की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश की खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation) मार्च में घटकर 4.85 फीसदी पर आ गई. इससे पहले फरवरी में खुदरा महंगाई दर 5.09 फीसदी थी.
दाल की कीमतों में गिरावट
मार्च में खाद्य महंगाई दर 8.66 फीसदी से घटकर 8.52 फीसदी पर पहुंच गई है. इसके अलावा सब्जी और दाल के दामों में भी गिरावट आई है. पिछले महीने जूते-चप्पलों की कीमतों में भी गिरावट देखी गई.
ताजा आंकड़ों के अनुसार मार्च में शहरी महंगाई दर 4.78 फीसदी से घटकर 4.14 फीसदी (MOM) रह गई. हालांकि, इस दौरान ग्रामीण महंगाई में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. ग्रामीण महंगाई फरवरी के 5.34 फीसदी बढ़कर मार्च में 5.45 फीसदी हो गई. मार्च के महीने में सब्जी की महंगाई दर 28.34 फीसदी हो गई है, जो फरवरी के महीने में 30.25 फीसदी थी. इसके अलावा दाल की महंगाई दर 18.90 फीसदी से घटकर 17.1 फीसदी (MOM) हो गई.
अब खुदरा महंगाई दर आरबीआई के पक्ष में
बता दें, कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) आधारित महंगाई को काबू में करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा लगातार कदम उठाए जा रहे हैं. फिलहाल खुदरा महंगाई दर आरबीआई के टारगेट के दायरे में है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने खुदरा महंगाई दर को 4 फीसदी पर रखने के लिए निर्धारित किया है. इसमें 2 फीसदी ऊपर-नीचे का दायरा भी रखा है. यानी खुदरा महंगाई दर को 2 से 6 फीसदी के बीच रखने की कोशिश रहेगी.