रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने देश के सबसे बड़े कॉरपोरेट घरानों में से एक की कमान अगली पीढ़ी को सौंपने की दिशा में अगले कदम का सोमवार को संकेत दे दिया. दरअसल, उन्होंने कंपनी के शेयरहोल्डर्स की 45वीं सालाना आम बैठक (RIL 45th AGM) को संबोधित करने के दौरान अपनी बेटी ईशा अंबानी का परिचय समूह के रिटेल बिजनेस के मुखिया के तौर पर कराया, जिससे उत्तराधिकार योजना के पुख्ता संकेत मिल गए हैं.
बेटे आकाश को सौंपी है जियो की कमान
मुकेश अंबानी ने ईशा को कंपनी के रिटेल बिजनेस के बारे में बोलने के लिए बुलाते समय इसका मुखिया बताया. इससे पहले हाल ही में बेटे आकाश अंबानी (Akash Ambani) के हाथों में रिलायंस जियो (Reliance Jio) की कमान दी थी. 65 वर्षीय मुकेश अंबानी की तीन संतानें हैं. ईशा और आकाश दोनों जुड़वां भाई-बहन हैं, जबकि सबसे छोटे अनंत हैं. ईशा की शादी पीरामल समूह के आनंद पीरामल से हुई है. पीटीआई के मुताबिक, ऐसी संभावना भी जताई जा रही है कि मुकेश अंबानी अपने छोटे बेटे अनंत को तेल एवं ऊर्जा कारोबार का जिम्मा सौंप सकते हैं।
रिलायंस से पहले कर चुकी हैं ये नौकरियां
ईशा मुकेश अंबानी और नीता अंबानी (Nita Ambani) की इकलौती बेटी हैं. उनके दो भाई हैं. आकाश अंबानी और ईशा अंबानी दोनों जुड़वे हैं, जबकि अनंत अंबानी सबसे छोटे हैं. नेटवर्थ की बात करें तो Forbes ने साल 2018 में ही ईशा अंबानी की दौलत 70 मिलियन डॉलर आंकी थी.
रिलायंस समूह में अपने पिता का हाथ बंटाने से पहले ईशा ने कुछ समय नौकरी भी की थी. उन्होंने न्यूयॉर्क में कुछ समय के लिए McKinsey&Company में बिजनेस एनालिस्ट के तौर पर काम किया था. महज 23 साल की उम्र में उन्होंने रिलायंस का कारोबार संभालने में पिता का हाथ बंटाना शुरू कर दिया था. उन्हें अक्टूबर 2014 में रिलायंस रिटेल (Reliance Retail) और रिलायंस जियो (Reliance Jio) के बोर्ड में जगह दी गई थी. मुकेश अंबानी ने आज कहा कि बेटे आकाश और ईशा दोनों को रिलायंस में लीडरशिप रोल मिल चुका है. अब छोटे बेटे अनंत अंबानी ने खूब उत्साह के साथ रिलायंस के न्यू एनर्जी बिजनेस को ज्वाइन किया है.
तेजी से बढ़ा रिलायंस बोर्ड में कद
रिलायंस समूह में कारोबार संभालने के बाद ईशा अंबानी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. उन्होंने तेजी से तरक्की की और रिलायंस समूह के बोर्ड रूम में उनका कद बड़ा होता गया. कंपनी से जुड़ने के महज एक साल बाद यानी 2015 में ही उन्हें एशिया की 12 सबसे पारवफुल अपकमिंग बिजनेस वुमन की लिस्ट में जगह मिल गई. दिसंबर 2015 में जब जियो की 4जी सेवा लॉन्च हुई थी, उसकी अगुवाई ईशा अंबानी ने ही की थी. रिलायंस जियो ही उनका पहला बड़ा प्रोजेक्ट है. इसके बाद वह रिलायंस के रिटेल बिजनेस पर फोकस करने लग गईं. ईशा अंबानी की निगरानी में ही अप्रैल 2016 में AJIO की लॉन्चिंग हुई, जो रिलायंस समूह का मल्टी ब्रांड ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है और वेस्टर्न व ट्रेडिशनल परिधान बेचता है.
20 साल से चेयरमैन हैं मुकेश अंबानी
आपको बता दें कि रिलायंस रिटेल और रिलायंस जियो दोनों ही 217 अरब डॉलर की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की सब्सिडियरी कंपनियां हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरपर्सन और मैनेजिंग डाइरेक्टर (CMD) की भूमिका अभी भी मुकेश अंबानी के पास ही है. मुकेश अंबानी साल 2002 में पिता धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani) के निधन के बाद से रिलायंस समूह (Reliance Group) की कमान संभाल रहे हैं. अब उनकी उम्र 65 साल हो चुकी है और इसी कारण वह अगली पीढ़ी को बड़ी भूमिकाओं में सामने ला रहे हैं. आज एजीएम में मुकेश अंबानी ने बताया कि उन्हें कंपनी का चेयरमैन बने दो दशक हो गए हैं. उन्होंने यह भी बताया कि वह पिछले 45 साल से कंपनी की सभी एजीएम का हिस्सा रहे हैं.
रिटेल सेक्टर में बढ़ रहा रिलायंस का वर्चस्व
रिलायंस रिटेल के बिजनेस का जिक्र करते हुए ईशा अंबानी ने बताया कि इसने 02 लाख करोड़ रुपये टर्नओवर और 12 हजार करोड़ रुपये EBITDA का आंकड़ा हासिल कर लिया है. उन्होंने कहा कि रिलायंस रिटेल एशिया की 10 सबसे बड़ी रिटेलर्स में से एक बन गई है. कंपनी अभी तक 20 करोड़ से ज्यादा रजिस्टर्ड ग्राहकों को सर्विस प्रोवाइड कर चुकी है. उन्होंने कहा कि रिलायंस रिटेल के फिजिकल स्टोर्स और डिजिटल प्लेटफॉर्मस पर आने वाले ग्राहकों की यह बड़ी संख्या ब्रिटेन, फ्रांस और इटली जैसे देशों की जनसंख्या से अधिक है. उन्होंने बताया कि साल भर में रिलायंस रिटेल के डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर आने वाले विजिटर्स की संख्या 2.3 गुना बढ़कर 4.5 अरब हो गई है. कंपनी के डिजिटल प्लेटफॉर्म्स हर रोज करीब 6 लाख ऑर्डर डिलीवर कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि रिलायंस रिटेल के राजस्व में 65 फीसदी से ज्यादा योगदान समूह के अपने ब्रांडों का है.