रूस और यूक्रेन के बीच महीनों से छिड़ी जंग (Russia-Ukraine War) का व्यापक असर देखने को मिल रहा है. इसने जिओ-पॉलिटिकल असर तो डाला ही है, कारोबार जगत पर भी लड़ाई का काफी असर हुआ है. यूक्रेन पर हमले के बाद अभी तक कई कंपनियां रूस में अपना कारोबार बंद कर चुकी हैं. अब इस फेहरिस्त में कॉफी चेन चलाने वाली कंपनी स्टारबक्स (Starbucks) का नाम भी शामिल हो गया है.
इतने लोग हो सकते हैं बेरोजगार
स्टारबक्स कॉर्प (Starbucks Corp) ने सोमवार को बताया कि उसने करीब 15 साल की उपस्थिति के बाद रूस के बाजार से बाहर निकलने का निर्णय लिया है. इससे कुछ ही दिन पहले रेस्टोरेंट चेन कंपनी McDonald's ने भी रूस का बिजनेस बंद करने का ऐलान किया था. अब स्टारबक्स के भी इस कतार में शामिल हो जाने से रूस में ज्यादातर बड़ी वेस्टर्न कंपनीज की उपस्थिति समाप्त हो गई है. रूस में स्टारबक्स के 130 स्टोर थे, जिन्हें चलाने का लाइसेंस Alshaya Group के पास था. रूस में स्टारबक्स के करीब 2000 कर्मचारी थे.
McDonald's भी बंद कर रही स्टोर
हालांकि स्टारबक्स का निर्णय कुछ मायनों में मैकडी जैसी कंपनियों से अलग है. McDonald's ने पिछले सप्ताह कहा था कि वह अपने सारे रेस्टोरेंट स्थानीय लाइसेंसी Alexander Govor को बेच रही है, जो तमाम स्टोर को नए नाम के तहत रिब्रांड करेंगे. हालांकि मैकडी ने साथ में ये भी जोड़ा था कि वह अपना ट्रेडमार्क बरकरार रखेगी. इसी तरह फ्रांस की ऑटो कंपनी रेनॉ (Renault) ने रूस की सबसे बड़ी कार कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेचने का ऐलान किया, लेकिन उसने साथ में यह हिस्सेदारी खरीदने का ऑप्शन भी खुला रखा.
कर्मचारियों को मिलेगी 6 महीने की सैलरी
रूस में स्टारबक्स के स्टोर मार्च से ही बंद हैं. कंपनी पहले ही रूस में अपनी सारी बिजनेस एक्टिविटीज बंद कर चुकी है. यहां तक कि कंपनी मार्च से रूस में अपने प्रॉडक्ट भी नहीं भेज रही है. स्टारबक्स ने रूस में अपना पहला स्टोर 2007 में शुरू किया था. कंपनी ने कहा कि वह रूस के अपने कर्मचारियों को सपोर्ट करती रहेगी. इस कारण कंपनी रूस के अपने कर्मचारियों को 6 महीने की सैलरी दे रही है. हालांकि स्टारबक्स ने ये नहीं बताया है कि रूस में कारोबार बंद करने का क्या फाइनेंशियल असर होगा.