युद्ध किसी भी देश की इकोनॉमी पर निगेटिव इम्पैक्ट डालता है. अतीत में भी कई मौकों पर युद्ध के चलते विभिन्न देशों की इकोनॉमी खस्ताहाल हो चुकी है. नतीजन, वर्ल्ड रेस में ये देश पीछे छूट जाते हैं. रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध (Russia-Ukraine) का भी इसी तरह का इम्पैक्ट देखने को मिल रहा है.
यूक्रेन की इकोनॉमी पर तो काफी बुरा असर पड़ा ही है. दूसरी ओर, रूस की इकोनॉमी भी काफी अधिक दबाव में है. आइए पांच प्वाइंट्स में इस असर के बारे में जानते हैंः
1. रूबल में तेज गिरावट (Russian Currency Rubel Tanks): यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से दुनिया के कई देशों ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए हैं. इसका सीधा असर रूस की करेंसी पर देखने को मिला. रूस की करेंसी रूबल (Ruble) सोमवार को डॉलर के मुकाबले 30 फीसदी तक लुढ़क गई.
2. प्रमुख ब्याज दर में जबरदस्त इजाफाः रूस के सेंट्रल बैंक ने सोमवार को प्रमुख इंटरेस्ट रेट को 9.5 फीसदी से दोगुना से ज्यादा बढ़ाकर 20 फीसदी कर दिया. रूस के केंद्रीय बैंक ने कहा कि वह आपात स्थिति में यह कदम उठा रहा है क्योंकि रूस की इकोनॉमी के हालात अचानक से काफी बदल गए हैं.
3. रूस के प्रमुख वित्तीय संस्थान स्विफ्ट से बाहरः अमेरिका सहित कई देशों ने रूस के खिलाफ कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है. इन प्रतिबंधों में रूस को इंटरनेशनल पेमेंट स्विफ्ट (SWIFT) से अलग करना भी शामिल है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस प्रतिबंध से रूस पर सबसे ज्यादा असर देखने को मिलेगा.
4. बड़ी कंपनियों ने रूस से कारोबार समेटाः इस हमले के बाद कई अमेरिका और पश्चिमी देशों की कई कंपनियों ने रूस में अपना कारोबार रोकने या फिर कारोबार समेटने का फैसला किया है. इनमें Apple, Samsung, Coca Cola जैसी कंपनियां शामिल हैं. इस लिस्ट में Disney, Boing, BP, Exxon Mobile, General Motors, फॉक्सवैगन, Master Card, Ikea, डियाजियो, वॉल्वो, डायमलर और रेनॉ जैसी कंपनियां शामिल हैं.
5. 332 बिलियन डॉलर के अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर संकटः इस जंग की वजह से रूस के अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर संकट की स्थिति पैदा हो गई है.