यूक्रेन के सबसे अमीर व्यक्ति ने रूस की ओर से की गई बमबारी में बुरी तरह तबाह हुए शहर मारियुपोल (Mariupol) को दोबारा बसाने का संकल्प जताया है. रिनत अखमेतोव ने यह संकल्प ऐसे समय में जाहिर किया है जब इस तरह की रिपोर्ट्स आ रही हैं कि रूसी सैनिकों से घिरे इस शहर में खाने के अभाव की वजह से लोगों की मौत हो रही है.
इस वजह से लिया संकल्प
जंग से मची तबाही मजबूत से मजबूत आदमी को भी निराशा के गहरे अंधेरे में धकेल देती है. लेकिन इन सबके बीच एक बेहद मजबूत इरादे वाले व्यक्ति ही तबाह हो चुके शहर को फिर से बसाने की बात कर सकता है. यूक्रेन के सबसे अमीर शख्स रिनत अखमेतोव (Rinat Akhmetov) ने इसी तरह के इरादे का परिचय दिया है. इसकी वजह ये है कि मारियुपोल (Mariupol) उनके दिल के काफी करीब है.
शहर में अखमेतोव की हैं दो फैक्ट्रियां
इस शहर में अखमेतोव की स्टील की दो बड़ी फैक्ट्रियां हैं. बकौल अखमेतोव, ये कंपनियां एक बार फिर दुनियाभर की कंपनियों को टक्कर देंगी. यूक्रेन के पूरी हिस्से में आठ साल की जंग के दौरान अपने कारोबार में बड़ा नुकसान झेलने वाले अखमेतोव को पूरा विश्वास है कि बहादुर सैनिक इस शहर को डिफेंड कर लेंगे.
अखमेतोव की कंपनी ने दी ये जानकारी
अखमेतोव के स्वामित्व वाली यूक्रेन की स्टील बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी Metinvest ने कहा है कि वह सप्लाई कॉन्ट्रैक्ट्स पूरी नहीं कर सकती है. वहीं, अखमेतोव का फाइनेंशियल और इंडस्ट्रियल समूह SCM Group अपनी कर्ज की देनदारी पूरा कर रहा है. वहीं, उनकी निजी बिजली कंपनी DTEK ने क्रेडिटर्स के साथ एग्रीमेंट के आधार पर पेमेंट को ऑप्टिमाइज किया है.
न्यूज एजेंसी 'रॉयटर्स' की एक रिपोर्ट के अनुसार, अखमेतोव ने कहा है, "Mariupol एक ग्लोबल ट्रेजेडी होने के साथ-साथ हीरोइज्म का एक उदाहरण है. मेरे लिए, Mariupol यूक्रेन का शहर रहा है और आगे भी रहेगा."