यूक्रेन से सटे रूसी जिलों के कुछ सैनिकों के वापस लौटने की खबरों से मंगलवार को कच्चे तेल की कीमतों (Crude Oil Price) में नरमी देखने को मिली. इन रिपोर्ट्स से क्रूड ऑयल की कीमतें घटकर 94 डॉलर बैरल पर आ गईं, जो सोमवार को सात साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थीं. न्यूज एजेंसी 'रॉयटर्स' की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है. सैनिकों के वापस लौटने से मॉस्को और पश्चिमी देशों के बीच का तनाव कम हो सकता है.
इस रिपोर्ट में सैनिकों के वापस लौटने की बात आई सामने
न्यूज एजेंसी ने डिफेंस मिनिस्ट्री के हवाले से अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि एक तरफ बड़े पैमाने पर देशभर में Drill जारी है. दूसरी ओर, साउदर्न और वेस्टर्न मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट्स ने अपनी एक्सरसाइज पूरी कर ली है और बेस की ओर लौटना शुरू कर दिया है.
ब्रेंट क्रूड में आई इतनी गिरावट
Brent Crude Oil की कीमत 2.35 डॉलर यानी 2.4 फीसद की गिरावट के सात 94.13 डॉलर प्रति बैरल पर पर आ गया. वहीं, यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 2 डॉलर या 2.1 फीसदी लुढ़कर 93.46 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.
ऑयल ब्रोकर पीवीएम के स्टीफन ब्रेनॉक ने कहा, "उतार-चढ़ाव के इस दौर के पीछे की वजह का अनुमान लगाने का कोई फायदा नहीं है. रूस-यूक्रेन संकट के चलते रूस की एनर्जी सप्लाई में दिक्कतों की आशंका के चलते एनर्जी मार्केट अलर्ट है."
7 साल के High पर पहुंच गई थीं कीमतें
दोनों ऑयल बेंचमार्क सोमवार को सात साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए थे. ब्रेंट 96.78 डॉलर प्रति बैरल और WTI 95.82 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया था. 2021 में ब्रेंट की कीमतों में 50 फीसदी का उछाल देखने को मिला क्योंकि कोविड-19 से जुड़ी पाबंदियां हटने के बाद दुनियाभर में डिमांड में रिकवरी देखने को मिली.