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अगले सप्ताह कैसी रहेगी मार्केट की चाल? इन 5 फैक्टर्स पर निवेशकों की नजर

Share Market: शुक्रवार को शेयर बाजार गिरवाट के साथ क्लोज हुआ था. इस सप्ताह मार्केट की नजर आईटी कंपनियों के आने वाले तिमाही के नतीजों पर भी रहेगी. मंदी की आशंका की वजह से निवेशक सतर्क हो गए हैं.

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शेयर मार्केट की रहेगी इन चीजों पर नजर.
शेयर मार्केट की रहेगी इन चीजों पर नजर.

भारतीय शेयर मार्केट (Share Market) के लिए साल 2023 की शुरुआत निराशाजनक रही है. कमजोर वैश्विक संकेतों की वजह से 6 जनवरी को समाप्त सप्ताह में इक्विटी बेंचमार्क में 1.5 फीसदी की गिरावट आई. FOMC मिनट्स से संकेत मिलता है कि फेड अपने आक्रामक रुख से महंगाई दर पर काबू पाने की कोशिश में जुटा रहेगा. फेड रिजर्व के आक्रामक रुख से आर्थिक मंदी की आशंका गहरा रही है. दूसरी तरफ चीन समेत दुनिया के अन्य देशों में बढ़ते कोविड के मामले की वजह से निवेशक अलर्ट हो गए हैं.

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6 जनवरी को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान बैंकिंग और फाइनेंसियल सर्विस और टेक्नोलॉजी जैसे प्रमुख सेक्टर में बिकवाली का दबाव देखने को मिला. 9 जनवरी से शुरू हो रहे जनवरी के दूसरे सप्ताह में मार्केट की चाल इन पांच चीजों पर काफी हद तक निर्भर कर सकती है. 

कॉरपोरेट अर्निंग

आने वाले सप्ताह में दिग्गज आईटी कंपनियों के दिसंबर तिमाही के नतीजे आने शुरू हो जाएंगे. स्टॉक एक्सचेंजों के पास उपलब्ध अर्निंग कैलेंडर के मुताबिक, 60 से ज्यादा कंपनियां अपना अर्निंग स्कोरकार्ड जारी करेंगी. देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सर्विस एक्सपोर्टर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज पहली ओपनिंग इनिंग होने के नाते सोमवार को अपने तिमाही नतीजे पेश करेगी. इसके बाद इंफोसिस और एचसीएल टेक्नोलॉजीज गुरुवार को और विप्रो शुक्रवार को अपने नतीजे जारी करेगी. वहीं, HDFC बैंक शनिवार को अपने रिजल्ट पेश करेगा. अन्य कंपनियों में एवेन्यू सुपरमार्ट्स, 5पैसा कैपिटल, साइएंट, डेन नेटवर्क्स, आदित्य बिड़ला मनी और एलएंडटी फाइनेंस होल्डिंग्स भी अपने तिमाही के नतीजे जारी करेंगे.

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महंगाई दर के आंकड़े

दिसंबर महीने की CPI मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर भी आने वाले सप्ताह में नजर रहेगी. यह फरवरी 2023 में होने वाली अगली रिजर्व बैंक की MPC की बैठक का अहम प्वाइंट हो सकता है. एक्सपर्ट्स को मोटे तौर पर खाद्य कीमतों में गिरावट के बावजूद 2022 के आखिरी महीने के लिए स्थिर नंबर की उम्मीद है. खुदरा मुद्रास्फीति, जिसे कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) द्वारा मापा जाता है. वो नवंबर में 11 महीने के निचले स्तर 5.88 प्रतिशत पर आ गई थी. कुल मिलाकर आने वाले हफ्ते में महंगाई दर के आंकड़े पर भी मार्केट की नजर रहेगी.

अमेरिकी महंगाई के आंकड़े

आने वाले हफ्ते में ग्लोबल लेवल पर जिस डेटा पर निवेशकों की नजर रहेगी, वो है अमेरिकी महंगाई दर का आंकड़ा. गुरुवार को इसके आंकड़े जारी होने वाले हैं. विशेषज्ञों को उम्मीद है कि दुनिया की सबसे  बड़ी अर्थव्यवस्था दिसंबर के लिए 6.5-7 प्रतिशत की सीमा में रह सकती है. हालांकि, अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों के मोर्चे पर फिलहाल नरमी बरतने के मूड में नजर नहीं आ रहा है. मंगलवार को होने वाले फेड चेयर जेरोम पॉवेल के भाषण पर भी वैश्विक निवेशकों की नजर रहेगी.

आईपीओ की लिस्टिंग

आने वाले सप्ताह में साह पॉलिमर के आईपीओ की स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्टिंग हो सकती है. इसके 66 करोड़ रुपये के पब्लिक इश्यू को निवेशकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली और ये 17.5 गुना सब्सक्राइब हुआ है. IPO Watch के अनुसार, साह पॉलिमर का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 5 रुपये पर नजर आ रहा है. कंपनी ने इसके इश्यू के लिए प्रति शेयर 61 से 65 रुपये का प्राइस बैंड तय किया था. हो सकता है कि इक्विटी बाजारों में हालिया सुधार और उतार-चढ़ाव के साथ-साथ हाल के आईपीओ की निराश लिस्टिंग ने ग्रे मार्केट प्रीमियम को प्रभावित किया हो.

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विदेशी निवेशकों का आउटफ्लो

6 जनवरी को समाप्त कारोबारी सप्ताह में भारतीय इक्विटी से विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 5,872 करोड़ रुपये की निकासी की है. NSE के आंकड़ों के अनुसार, 2-6 जनवरी के बीच FPI ने इक्विटी से 5,872 करोड़ रुपये निकाले हैं. कुल मिलाकर 2023 के पहले सप्ताह के दौरान भारतीय बाजारों में 7,908 करोड़ का आउटफ्लो था. इनफ्लो के मामले में FPI के लिए 2022 का साल सबसे खराब रहा था. FPI ने 2022 में भारतीय इक्विटी बाजार से 1.21 लाख करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की थी.

 

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