कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों की वजह से हफ्ते के अंतिम दिन शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट दिख रही है. सुबह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 783 अंकों की गिरावट के साथ 50,256.71 पर खुला. अमेरिका द्वारासीरिया पर बमबारी की खबर से दोपहर 12 बजे के आसपास सेंसेक्स 1677 अंक टूटकर 49,362 तक पहुंच गया.
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 209 अंकों की गिरावट के साथ 14,888 पर खुला और दोपहर 12 बजे के आसपास सेंसेक्स 1677 अंक टूटकर 49,362 तक पहुंच गया. दोपहर 12 बजे के आसपास निफ्टी 485 अंक टूटकर 14,612 तक चला गया.
शेयर बाजार में आज इस भारी गिरावट से बहुत से लोगों को हैरानी हुई है, हालांकि रात में अमेरिकी बाजारों की भारी गिरावट से इसके संकेत मिल गए थे. आइए जानते हैं कि शेयर बाजारों में आज आई गिरावट की वजहें क्या हैं?
अमेरिका द्वारा सीरिया पर बमबारी
खराब अंतरराष्ट्रीय संकेतों से शेयर बाजार वैसे ही टूट गए थे, दोपहर में अमेरिका द्वारा सीरिया पर बमबारी की आई खबरों ने बाजार को और पस्त कर दिया. खबर के अनुसार गुरुवार रात में अमेरिकी सेना ने सीरिया के उन इलाकों में एयर स्ट्राइक किया है जहां अमेरिका के मुताबिक इरान समर्थित मिलीशिया के अड्डे हैं.
खराब अंतरराष्ट्रीय संकेत
गुरुवार को अमेरिकी बाजारों में भारी गिरावट देखी गई. अमेरिकी वाल स्ट्रीट बाजार का मेन इंडेक्स भरभरा गया. असल में अमेरिका के ट्रेजरी बॉन्ड के यील्ड में भारी बढ़त हुई है. यानी वहां ब्याज दरें बढ़ने के आसार बने हैं, इसकी चिंता में शेयर बाजार पस्त हो गया. अमेरिकी बाजार मेंटेक्नोलॉजी शेयर काफी टूट गए.
इसके असर से आज एशियाई और ऑस्ट्रेलिया के शेयर बाजारों में भी भारी गिरावट देखी गई. जापान का निक्केई 225 करीब 1.8 फीसदी टूट गया.
जीडीपी आंकड़ों को लेकर चिंता
आज राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के द्वारा इस वित्त वर्ष (2020-21) की तीसरी तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े जारी किए जाएंगे. इसको लेकर ट्रेडर्स में चिंता बनी है, हालांकि तीसरी तिमाही में जीडीपी में कुछ सुधार की संभावना है.
जानकारों का मानना है कि अक्टूबर से दिसंबर की तीसरी तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ शून्य के आसपास या पॉजिटिव रह सकता है. यह अच्छा ही कहा जाएगा क्योंकि इसके पहले दो तिमाहियों में जीडीपी नेगेटिव जोन में रहा है और इसमें भारी गिरावट देखी गई थी. इसके बावजूद शेयर कारोबारी आंकड़ों को लेकर आशंकित हैं.
कोरोना के बढ़ते मामले
देश के कई इलाकों में कोरोना के केसेज फिर से बढ़ने और कोरोना के नए स्ट्रेन के फैलने को लेकर भी ट्रेडर्स में चिंता बढ़ी है. महाराष्ट्र, केरल जैसे कई राज्यों में कोरोना के केसेज फिर से बढ़ने लगे हैं और इसकी वजह से कई इलाकों में फिर से लोगों की आवाजाही पर अंकुश लगा है.