Share Market Update: फेडरल रिजर्व के संकेतों ने गुरुवार को शेयर बाजार की लगातार जारी तेजी पर ब्रेक लगा दिया. पिछले चार सत्रों से बढ़त में बंद हो रहा बाजार आज एक फीसदी से अधिक गिर गया. बाजार को इस बात का डर सता रहा है कि फेडरल रिजर्व अनुमान से पहले ब्याज दर बढ़ाना शुरू कर सकता है. इसके चलते आज सारे सेक्टर लाल रहे.
बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दोनों प्री-ओपन सेशन से ही गिरावट में रहे. बाजार खुलने के बाद गिरावट और बढ़ गई. कारोबार समाप्त होने के बाद सेंसेक्स 621.31 अंक (1.03 फीसदी) गिरकर 59,601.84 अंक पर बंद हुआ. पिछले चार दिनों की तेजी ने सेंसेक्स को 60 हजार के ऊपर पहुंचा दिया था. निफ्टी 179.35 अंक (एक फीसदी) गिरकर 17,745.90 अंक पर बंद हुआ.
इससे पहले लगातार चार दिनों से बाजार में तेजी जारी थी. बुधवार को बीएसई सेंसेक्स 367.22 अंक (0.61 फीसदी) चढ़कर 60 हजार के पार निकल गया और 60,223.15 अंक पर बंद हुआ था. एनएसई निफ्टी भी 104.25 अंक (0.59 फीसदी) की तेजी के साथ 17,925.25 अंक पर बंद हुआ था. इस साल के पहले तीन सेशन में बाजार 3 फीसदी से अधिक चढ़ा था. पिछले साल के अंतिम सेशन में भी बाजार हरा रहा था.
अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व को रिकॉर्ड इंफ्लेशन महामारी की तीसरी लहर से बड़ा खतरा नजर आ रहा है. फेडरल रिजर्व के हॉकिश सिग्नल से लग रहा है कि वह अनुमान से पहले और अधिक तेजी से रेट हाइक की राह पर चलने वाला है. यह संकेत पाते ही कल अमेरिका बाजार धड़ाम हो गए. एशियाई बाजार आज उसी राह पर रहे. जापान के निक्की में 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई. हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कोस्पी और चीन का शंघाई कंपोजिट भी गिरकर बंद हुआ.
घरेलू मोर्चे पर बैंकिंग, फाइनेंशियल, आईटी और रियल्टी शेयर सबसे ज्यादा नुकसान में रहे. सेंसेक्स की कंपनियों में 7 को छोड़ बाकी सब नुकसान में रहीं. निफ्टी बैंक में 431 प्वायंट की बड़ी गिरावट आई. निफ्टी रियल्टी सबसे ज्यादा 2.14 फीसदी के नुकसान में रहा.