Share Market Update: बजट (Budget 2022) से ठीक पहले का सप्ताह शेयर बाजार (Share Market) के लिए ठीक नहीं रहा. पिछले सप्ताह से भारी बिकवाली का प्रेशर बना हुआ है और यह सुपर बजट की उम्मीदों पर भारी साबित हुआ है. शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में भले ही शेयर मार्केट ने अच्छी तेजी हासिल की, लेकिन दोपहर बाद तेज हुई बिकवाली की आंधी ने सारे फायदे का नुकसान कर दिया.
सुबह 09:20 बजे बीएसई सेंसेक्स करीब 600 अंक से ज्यादा चढ़कर 58 हजार के आस-पास ट्रेड कर रहा था. इसी तरह एनएसई निफ्टी 1 फीसदी से ज्यादा की तेजी के साथ 17,250 अंक से ऊपर निकल चुका था. दोपहर तक बाजार लगभग इसी स्तर के आस-पास बना रहा. इसके बाद बिकवाली ने रफ्तार पकड़ ली. अंतत: बीएसई सेंसेक्स 76.71 अंक गिरकर 57,200.23 अंक पर बंद हुआ. एनएसई निफ्टी 8.20 अंक गिरकर 17,100 अंक के स्तर के पास आ गया.
बाजार में 2 सप्ताह से गिरावट का माहौल कायम है. पिछले 10 दिनों में सिर्फ 2 ही दिन बाजार फायदे में रहा, जबकि बाकी के 8 सेशन में नुकसान हुआ. इस सप्ताह बुधवार को गणतंत्र दिवस पर बाजार बंद रहा. एक मंगलवार को छोड़ दें तो बाकी के सभी दिन बाजार को नुकसान हुआ. पिछले 5 सेशन में घरेलू बाजार में 2.50 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है.
इससे पहले गुरुवार को बाजार में भारी उथल-पुथल देखने को मिली थी. अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व की बैठक के बाद मार्च से ब्याज दर बढ़ाने का ऐलान हुआ. इसके बाद दुनिया भर के बाजारों में बिकवाली होने लगी. इस प्रेशर में कल शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 1000 अंक से ज्यादा गिर गया था. हालांकि बाद में बाजार कुछ संभला और अंत में सेंसेक्स 581.21 अंक गिरकर 57,276.94 अंक पर बंद हुआ. इसी तरह निफ्टी 167.80 अंक गिरकर 17,110.15 अंक पर बंद हुआ.
एशियाई बाजारों में आज मिला-जुला ट्रेंड है. जापान और दक्षिण कोरिया के शेयर मार्केट बढ़त में हैं तो चीन और हांगकांग के बाजार में गिरावट है. टेक और आईटी शेयरों से विदेशी निवेशक तेजी से पैसे निकाल रहे हैं. इससे एशियाई बाजार काफी प्रभावित हुए हैं. अगले सप्ताह भी बिकवाली का प्रेशर बने रहने की आशंका है.
अगले सप्ताह के पहले दिन आर्थिक समीक्षा पेश होने वाली है. इसके बाद मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में बजट पेश करने वाली हैं. आर्थिक समीक्षा में अर्थव्यवस्था के बेहतर आंकड़े आए तो बाजार इससे सपोर्ट पा सकता है. बजट से एनालिस्ट उम्मीद कर रहे हैं कि इस बार भी सरकार कई सेक्टरों के लिए खर्च बढ़ाने वाली है. ऐसा हुआ तो बजट को लेकर सेंसिटिव शेयरों के दम पर बाजार ऊपर उठ सकता है.