देश में कोरोना की दूसरी लहर के कहर के बावजूद शेयर बाजार मजबूत बने हुए हैं. पिछले चार दिनों में तो शेयर बाजार में लगातार तेजी देखी गई है. इसकी वजह से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में लिस्टेड कंपनियों की कुल बाजार पूंजी बढ़कर सोमवार को रिकॉर्ड 213.28 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई.
यानी बीएसई में निवेशकों की कुल वेल्थ (संपदा) बढ़कर 213.28 लाख करोड़ रुपये हो गई. इसके पहले यानी शुक्रवार को बाजार बंद होने से पहले बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों की मार्केट कैप 211.24 लाख करोड़ रुपये थी.
109 फीसदी की जबरदस्त बढ़त
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते लगातार दिन और इस हफ्ते सोमवार को शेयर बाजार में तेजी का रुख रहा. पिछले साल मार्च में जब शेयर बाजार में ऐतिहासिक गिरावट आई थी, उस स्तर से तुलना करें तो निवेशकों की संपदा में 109.38 फीसदी की जबरदस्त बढ़त हुई है.
23 मार्च, 2020 को बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप गिरकर 101.86 लाख करोड़ रुपये रह गया था. उस दिन सेंसेक्स और निफ्टी में ऐतिहासिक गिरावट आई थी. सेंसेक्स 3,934 टूटकर 25,981 और निफ्टी 1,135 अंक टूटकर 7,610 तक पहुंच गया था.
इसके बाद यानी पिछले साल 23 मार्च से अब तक सेंसेक्स 23,521 अंक तक यानी करीब 90.53 फीसदी बढ़ा है. इसी तरह निफ्टी 96 फीसदी की रिकॉर्ड बढ़त के साथ 7,332 अंक बढ़ा.
इसके बाद 16 फरवरी, 2021 को सेंसेक्स और निफ्टी ऐतिहासिक उंचाई पर क्रमश: 52,516 और 15,431 पर पहुंच गए. लेकिन अगर उस रिकॉर्ड के दौर से आज की तुलना करें तो सेंसेक्स और निफ्टी में क्रमश: 5.73 फीसदी और 3.16 फीसदी की गिरावट आई है.
क्यों बढ़ रहा बाजार
पिछले कुछ दिनों में अंतरराष्ट्रीय बाजार से अच्छे संकेत मिल रहे हैं. अमेरिकी इकोनॉमी में हाल में आंकड़े काफी अच्छे आ आए हैं. इन सबकी वजह से बाजार में व्यापक रूप से माहौल सकारात्मक है. इसके अलावा घरेलू बाजार की बात करें तो कंपनियों के चौथी तिमाही यानी अप्रैल में खत्म तिमाही के नतीजे बहुत अच्छे रहे हैं. इसका भी बाजार पर सकारात्मक असर है.
इसके अलावा कोविड की वजह से खासकर फार्मा कंपनियां काफी मजबूत हो रही हैं और बाजार को आगे बढ़ा रही हैं. रिजर्व बैंक ने अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए पिछले हफ्ते कुछ अहम ऐलान किए हैं, इसका भी शेयर बाजार पर अच्छा असर हुआ है.
(www.businesstoday.in के इनपुट पर आधारित)