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शेयर बाजार में छह दिन की गिरावट पर लगा ब्रेक, सेंसेक्स 835 अंक उछला

तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 835.06 अंक यानी 2.28 प्रतिशत मजबूत होकर 37,388.66 अंक पर बंद हुआ. इसी प्रकार, निफ्टी 244.70 अंक यानी 2.26 प्रतिशत उछलकर 11,050.25 अंक पर बंद हुआ.

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शेयर बाजार में रिकवरी
शेयर बाजार में रिकवरी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • गुरुवार को बाजार में थी बड़ी गिरावट
  • सेंसेक्स 1100 अंक से ज्यादा लुढ़का था
  • निफ्टी में भी 326 अंकों की गिरावट थी

शेयर बाजार में पिछले छह कारोबारी सत्रों से जारी गिरावट पर शुक्रवार को विराम लगा और बीएसई सेंसेक्स 835 अंक उछलकर 37,000 अंक के ऊपर निकल गया. वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख के बीच चौतरफा खरीदारी से बाजार में तेजी आयी. तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 835.06 अंक यानी 2.28 प्रतिशत मजबूत होकर 37,388.66 अंक पर बंद हुआ.

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इसी प्रकार, निफ्टी 244.70 अंक यानी 2.26 प्रतिशत उछलकर 11,050.25 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स में शामिल सभी 30 शेयर लाभ में रहे. बजाज फिनसर्व, एचसीएल टेक, भारती एयरटेल, इंडसइंड बैंक, एल एंड टी, टीसीएस, ओएनजीसी, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फाइनेंस और एसबीआई 6.64 तक मजबूत हुए. इस बीच, घरेलू शेयर बाजारों में बढ़त के चलते निवेशकों की धारणा सुधरने से शुक्रवार को रुपया 28 पैसे की बढ़त के साथ 73.61 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. बृहस्पतिवार को रुपया 32 पैसे टूटकर 73.89 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.

गुरुवार को बाजार का हाल
शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को लगातार छठे कारोबारी सत्र में गिरावट का सिलसिला जारी रहा. बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कमजोर रुख के साथ खुलने के बाद और नीचे गया. अंत में यह 1,114.82 अंक या 2.96 प्रतिशत के नुकसान से 36,553.60 अंक पर बंद हुआ. चार मई के बाद यह सेंसेक्स में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है. उस दिन सेंसेक्स 2,000 अंक से अधिक अंक टूटा था. इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 326.30 अंक या 2.93 प्रतिशत टूटकर 10,805.55 अंक रह गया. पिछले छह कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 2,749.25 अंक नीचे आ चुका है. इस दौरान निफ्टी में 799 अंक की गिरावट आई है.

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निवेशकों को कितना नुकसान
गुरुवार को बीएसई की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 3.95 लाख करोड़ रुपये घटकर 1,48,76,217.22 करोड़ रुपये रह गया. बाजार में आई गिरावट से निवेशकों को 3.95 लाख करोड़ रुपये की पूंजी का नुकसान हुआ है. वहीं, बीते छह कारोबारी दिनों में निवेशकों को करीब 11 लाख करोड़ का झटका लगा है.
 

क्या थी गिरावट की वजह
कमजोर वैश्विक रुख के बीच अमेरिका से चिंताजनक आंकड़ों की वजह से बाजारों में गिरावट आई है.इसके अलावा कोविड-19 संक्रमण फिर उबरने की चिंता से यूरो क्षेत्र के बाजार टूट गए. भारतीय बाजारों में टीसीएस और इन्फोसिस की अगुवाई में जबर्दस्त नुकसान रहा. 

 

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