शेयर बाजारों में पिछले चार कारोबारी सत्रों से जारी तेजी पर गुरुवार को विराम लग गया. वैश्विक बाजारों से कमजोर रुख के बीच निवेशकों ने आईटी, बैंक और ऊर्जा कंपनियों के शेयरों में बिकवाली की जिससे शेयर बाजार नीचे आया. सेंसेक्स 148.82 अंक यानी 0.37 प्रतिशत की गिरावट के साथ 40,558.49 पर बंद हुआ. इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 41.20 अंक यानी 0.35 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11,896.45 अंक पर बंद हुआ.
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में सर्वाधिक नुकसान में इंडसइंड बैंक रहा. इसमें 3.10 प्रतिशत की गिरावट आयी. जिन अन्य प्रमुख शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, उनमें आईसीआईसीआई बैंक, टाइटन, इन्फोसिस, एचडीएफसी बैंक, नेस्ले इंडिया, टेक महिंद्रा और मारुति शामिल हैं. दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में एनटीपीसी, भारती एयरटेल, बजाज फाइनेंस और एक्सिस बैंक शामिल हैं. इनमें 3.10 प्रतिशत तक की तेजी रही. इस बीच, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 4 पैसे मजबूत होकर 73.54 पर बंद हुआ.
बजाज फाइनेंस के तिमाही नतीजे
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बजाज फाइनेंस लिमिटेड (बीएफएल) का शुद्ध लाभ 36 प्रतिशत घटकर 965 करोड़ रुपये रह गया. गैर- बैंकिंग क्षेत्र की इस वित्त कंपनी ने एक साल पहले इसी तिमाही (जुलाई- सितंबर) में 1,506 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था. बजाज फाइनेंस लिमिटेड ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की जुलाई से सितंबर तिमाही में उसकी एकीकृत आय 3 प्रतिशत बढ़कर 6,523 करोड़ रुपये हो गई जो कि एक साल पहले इसी तिमाही में 6,323 करोड़ रुपये रही थी.
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इसके अलावा आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड का एकीकृत शुद्ध लाभ जुलाई-सितंबर तिमाही में दोगुना बढ़कर 1,235.11 करोड़ रुपये रहा. इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ 578.55 करोड़ रुपये था.
सेबी ने किर्लोस्कर इंडस्ट्रीज पर लगाया जुर्माना
इस बीच, बाजार नियामक सेबी ने नियमों के उल्लंघन को लेकर किर्लोस्कर इंडस्ट्रीज लि. (केआईएल) के चेयरमैन अतुल किर्लोस्कर और अन्य पर जुर्माना लगाया है. साथ ही भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने इन इकाइयों पर तीन माह से लेकर छह माह तक के लिए पूंजी बाजार में कारोबार का प्रतिबंध भी लगाया है. केआईएल के चेयरमैन अतुल किर्लोस्कर और अन्य से गलत तरीके से अर्जित 16.6 करोड़ रुपये चार प्रतिशत ब्याज के साथ लौटाने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा इन इकाइयों पर 14.5 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है.