Stock Market Update: ग्लोबल मार्केट में हो रही बिकवाली के बीच घरेलू शेयर बाजार पर बुधवार को निगेटिव सेंटीमेंट का प्रेशर हावी रहा. रूस-यूक्रेन की जंग के चलते एशिया की इकोनॉमिक ग्रोथ सुस्त पड़ने की आशंका बढ़ गई है. इसके अलावा रिजर्व बैंक के ब्याज दर बढ़ाने के अनुमान से भी धारणा पर असर पड़ा. इन कारणों से बुधवार को सेंसेक्स और निफ्टी में करीब 1 फीसदी की गिरावट आई.
घरेलू बाजार पर प्री-ओपन सेशन से ही प्रेशर साफ-साफ दिख रहा था. सेंसेक्स प्री-ओपन सेशन में करीब 370 अंक तक गिरा हुआ था. सिंगापुर में एसजीएक्स निफ्टी 0.69 फीसदी गिरा हुआ था. सुबह के 09:15 बजे जैसे ही सेशन ओपन हुआ, सेंसेक्स करीब 480 अंक गिर गया. बाद के चंद मिनटों के कारोबार में बाजार की गिरावट कुछ कम हुई. सुबह 09:20 बजे सेंसेक्स करीब 320 अंक गिरकर 60,000 अंक से भी करीब 150 अंक नीचे आ चुका था. निफ्टी भी 75 अंक से ज्यादा गिरकर 117,890 अंक के आस-पास ट्रेड कर रहा था.
कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 600 अंक से ज्यादा की गिरावट में चला गया था. जब कारोबार समाप्त हुआ तो बीएसई सेंसेक्स 566.09 अंक यानी 0.94 फीसदी टूटकर 59,610.41 अंक पर बंद हुआ. इसी तरह एनएसई निफ्टी 159.40 अंक (0.89 फीसदी) गिरकर 17,798 अंक पर बंद हुआ. मर्जर के बाद परसों 10-10 फीसदी चढ़ने वाले HDFC Bank और HDFC के शेयर दा दिनों से गिरावट का शिकार बने हुए हैं. आज भी ये दोनों सेंसेक्स पर सबसे ज्यादा नुकसान में रहे और दोनों के स्टॉक 3 फीसदी से ज्यादा गिरे.
आज पूरे दिन बाजार पर प्रेशर बना रहा. इससे पहले मंगलवार को बाजार मुनाफावसूली का शिकार हो गया था. जब मंगलवार का कारोबार समाप्त हुआ था, तब सेंसेक्स 435.24 अंक (0.72 फीसदी) गिरकर 60,176.50 अंक पर बंद हुआ था. निफ्टी भी 96 अंक (0.53 फीसदी) के नुकसान के साथ 18 हजार अंक से नीचे उतरकर 17,957.40 अंक पर रहा था. सप्ताह के पहले दिन बाजार ने अच्छी-खासी बढ़त दर्ज की थी. सोमवार को सेंसेक्स 1,335.05 अंक यानी 2.25 फीसदी चढ़कर 60,611.74 अंक पर और निफ्टी 382.95 अंक (2.17 फीसदी) की बढ़त के साथ 18,053.40 अंक पर बंद हुआ था.
घरेलू बाजार पर ग्लोबल प्रेशर और निगेटिव सेंटीमेंट हावी है. World Bank ने यूक्रेन-रूस जंग के चले पूर्वी एशिया के लिए 2022 का जीडीपी फोरकास्ट घटा दिया है. चीन में सर्विस पीएमआई एक महीने पहले के 50.2 से कम होकर 42 पर आ गया है, जिससे पता चलता है कि महामारी की नई लहर के कारण चीन में सर्विस सेक्टर की गतिविधियों में तेज गिरावट आई है. मंगलवार को अमेरिकी बाजार गिरावट में रहे थे. इसके बाद आज एशियाई बाजार भी गिरे हुए रहे. जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग और ताइवान शेयर बाजार तीनों 1-1 फीसदी की गिरावट में रहे.