रिजर्व बैंक (RBI) के रेपो रेट (Repo Rate) में बढ़ोतरी के बाद 10 फरवरी को समाप्त सप्ताह में भारतीय शेयर मार्केट रेड निशान में बंद हुआ. रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया है. इसके अलावा फेडरल रिजर्व ब्याज दर को लेकर आगे भी अपना सख्त रुख बरकरार रख सकता है, इस बात के आसार नजर आ रहे हैं. इस सप्ताह के दौरान ऑटो, एनर्जी, FMCG, मेटल्स और ऑयल एंड गैस के शेयर दबाव में नजर आए. टेक्नोलॉजी, इंफ्रा, फार्मा और चुनिंदा बैंकिंग एंड फाइनेंसियल सर्विस के शेयरों में खरीदारी दर्ज की गई.
सोमवार को बाजार सबसे पहले मंथली इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन डेटा पर रिएक्ट करेगाा. इसके अलावा पांच और फैक्टर्स होंगे, जो अगले सप्ताह मार्केट की चाल को तय करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं.
महंगाई दर के आंकड़े
अगले हफ्ते जिस फैक्टर का सबसे अधिक Share Market पर असर हो सकता है, वो है महंगाई दर का आंकड़ा. पिछले दो महीनों से महंगाई दर आंकड़ा रिजर्व बैंक के लॉन्ग टर्म टार्गेट चार फीसदी (दो फीसदी अधिक या कम) से नीचे रहा है. दिसंबर लगातार ऐसा चौथा महीना था, जिसमें महंगाई दर में गिरावट आई थी. उम्मीद जताई जा रही है कि महंगाई दर जनवरी के महीने में 6 फीसदी से कम रह सकती है. 14 फरवरी को थोक महंगाई दर के आंकड़े आएंगे.
अमेरिकी महंगाई दर
अमेरिकी महंगाई दर के आंकड़े 14 फरवरी को आने वाले हैं. इस आंकड़े पर दुनिया भर के निवेशकों की नजरें हैं. महंगाई दर के आंकड़े इस बात को तय करेंगे कि फेड रिजर्व का रुख ब्याज दर को लेकर आगे कैसा रहेगा. फरवरी की शुरुआत से अब तक अमेरिकी डॉलर का इंडेक्स 101.23 से बढ़कर 103.58 पर पहुंच गया है.
कंपनियों के नतीजे
मार्केट कॉर्पोरेट अर्निंग के सीजन के अंतिम चरण में हैं और लगभग 1,500 कंपनियां अगले सप्ताह अपने तिमाही नतीजे जारी करने जा रही हैं. अधिकांश परिणाम सप्ताह के पहले दो दिनों में ही घोषित किए जाएंगे. Nykaa, Adani Enterprises, Eicher Motors, Grasim Industries, ONGC, Siemens और Nestle India के नतीजों पर सभी की नजरें होंगी. इसके अलावा कई और दिग्गज कंपनियों के तिमाही के आंकड़े अगले सप्ताह आएंगे.
FII की बिकवाली हुई धीमी
इस साल जनवरी में FII की जबरदस्त बिकवाली के बाद फरवरी में ये रफ्तार थोड़ी धीमी होती हुई नजर आई है. मार्केट के जानकारों का मानना है कि अगर आगे भी बिकवाली कम रही, तो निफ्टी 50 के लिए ये बड़ा सपोर्ट बन सकता है. जनवरी 2023 में 53,887 करोड़ रुपये की बिकवाली हुई थी. फरवरी में बिकवाली में गिरावट आई है और 10 फरवरी 1458 करोड़ रुपये की खरीदारी हुई है. प्रोविजन डेटा के अनुसार, FII ने अभी तक 5000 करोड़ रुपये की नेट बिकवाली की है. वहीं, घरेलू निवेशको ने 6000 करोड़ रुपये की नेट खरीदारी की है.
ऑयल प्राइस
शेयर बाजार की नजर इस सप्ताह ऑयल प्राइस पर भी बनी रहेगी. रूस ने मार्च में हर दिन पांच लाख बैरल ऑयल प्रोडक्शन घटाने का फैसला किया है. रूस की सरकार ने ये फैसला OPEC+ देशों से बातचीत के बाद किया है. बता दें कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद पश्चिमी देशों ने रूस के तेल पर प्रतिबंध लगा दिया है.