शेयर मार्केट (Share Market) उतार-चढ़ाव भरे सप्ताह में बढ़त हासिल करने में कामयाब रहा है. टेक्नोलॉजी, मेटल, कैपिटल गुड्स, ऑयल एंड गैस और पावर सेक्टर के स्टॉक्स हरे रंग में नजर आए. हालांकि, हेल्थकेयर, ऑटो और चुनिंदा FMCG शेयरों में बिकवाली ने तेजी पर कुछ लगाम लगा दी. इस सप्ताह भी FII की बिकवाली जारी रही. निवेशकों को अब एक फरवरी को पेश होने वाले केंद्रीय बजट का इंतजार है. सोमवार को बाजार सबसे पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और अल्ट्राटेक सीमेंट जैसी प्रमुख कंपनियों के आए रिजल्ट पर रिएक्ट करेगा. मार्केट की चाल अगले सप्ताह कैसी रहेगी, इन पांच फैक्टर्स पर बहुत कुछ निर्भर करेगा.
कॉरपोरेट अर्निंग
सोमवार से मार्केट तिमाही रिपोर्ट के तीसरे सप्ताह में प्रवेश करेगा. 300 से अधिक कंपनियां दिसंबर तिमाही की अपनी रिपोर्ट जारी करने के लिए तैयार हैं. एक्सिस बैंक, मारुति सुजुकी इंडिया, एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी, बजाज ऑटो, सिप्ला, डॉ रेड्डीज लैबोरेट्रीज, टाटा मोटर्स, बजाज फाइनेंस और एनटीपीसी जैसी प्रमुख कंपनियां अगले सप्ताह अपनी तिमाही रिपोर्ट जारी करेंगी. बाजार इन कंपनियों की रिपोर्ट पर रिएक्ट करेगा. ऐसे में मार्केट में उतार-चढ़ाव का दौर बना रह सकता है.
अमेरिकी जीडीपी अनुमान
निवेशकों की नजर 26 जनवरी को आने वाली अमेरिका की 2022 की चौथी तिमाही के पहले जीडीपी अनुमान पर रहेगी. इससे पता चलेगा कि फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में बढ़ोतरी के दौर में दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी की प्रगति कैसी है. पिछली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 3.3 फीसदी रही थी.
क्रूड ऑयल की कीमतें
क्रूड ऑयल की कीमतों में कुछ हफ्ते से अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिली है. इंटरनेशनल ब्रेंट क्रूड वायदा 4 जनवरी से लगभग 10 डॉलर बैरल बढ़ा. कोविड प्रतिबंधों के हटने की वजह से चीन में एक बार फिर से क्रूड की डिमांड में बढ़ोतरी हुई है. बीते सप्ताह में ही कीमतों में करीब 3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इसलिए निवेशकों की नजर इसकी कीमतों पर भी बनी रहेगी.
डिपॉजिट और लोन का डेटा
घरेलू मोर्चे पर 13 जनवरी को समाप्त सप्ताह के बैंक कर्ज और जमा के डेटा शुक्रवार को आएंगे. साथ ही 20 जनवरी को समाप्त सप्ताह के लिए विदेशी मुद्रा भंडार का डेटा भी इसी दिन जारी किया जाएगा. निवेशकों की नजर इस आंकड़े पर भी बनी रहेगी.
FII फ्लो
विदेशी इंस्टीट्यूशनल निवेशक (FII) इस सप्ताह भी विक्रेता बने रहे. हालांकि, इस बार बिकवाली थोड़ी धीमी रही. विशेषज्ञों का मानना है कि FII भारत से अपना पैसा चीन और हांगकांग जैसे सस्ते बाजारों में ट्रांसफर कर सकते हैं, जो एक महंगा मार्केट है. इस वजह से बिकवाली अभी आगे भी जारी रह सकती है. बीते सप्ताह में FII ने 2,461 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं.