रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयरों में सोमवार को जोरदार तेजी देखने को मिली. रिलायंस के शेयर 2700 रुपये के आंकड़े के पार पहुंच गए और कंपनी का मार्केट कैप (Mcap) 18 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया. रिलायंस के शेयरों में आई तेजी के पीछे रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड (RSIL) का डीमर्जर है. मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड को डीमर्ज करने जा रही है. इसके लिए रिकॉर्ड डेट 20 जुलाई तय किया है. RSIL के डीमर्जर के जरिए वैल्यू अनलॉकिंग की घोषणा के बाद एनर्जी-टू-टेलीकॉम समूह के शेयरों ने 52 वीक के अपने नए उच्चतम स्तर 2,755 रुपये को छू लिया.
10 फीसदी की आएगी तेजी
दलाल स्ट्रीट के जानकारों का मानना है कि मार्च 2024 तक रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 10 फीसदी की और तेजी आने की उम्मीद है. सोमवार दोपहर 2.50 बजे के आसपास शेयर लगभग चार प्रतिशत बढ़कर 2,736.10 रुपये पर कारोबार कर रहा था. दूसरी ओर बेंचमार्क बीएसई सेंसेक्स 99.17 अंक या 0.15 प्रतिशत बढ़कर 65,379.62 पर था. इस वित्त वर्ष में 10 जुलाई तक कंपनी के शेयरों में 18 फीसदी की तेजी आई है.
3000 के पार जाएगा स्टॉक
बिजनेस टुडे में छपी खबर के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों पर अपने विचार शेयर करते हुए वेंचुरा सिक्योरिटीज के रिसर्च प्रमुख विनीत बोलिंजकर ने कहा- 'रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर अगले साल मार्च तक 3,000-3,100 रुपये के स्तर को छू सकते हैं. हम रिलायंस इंडस्ट्रीज की ओर से रिलायंस रिटेल, जियो आईपीओ और ग्रीन एनर्जी साइनिंग पर ढेर सारी खबरों के रूप में कई नए खुलासे देखेंगे.'
वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज के इक्विटी स्ट्रैटजिस्ट क्रांति बथिनी ने कहा- 'स्टॉक में यहां से आगे बढ़ने की गुंजाइश है. रिलायंस इंडस्ट्रीज मार्च 2024 तक 10-15 प्रतिशत का रिटर्न दे सकता है. मार्केट एनालिस्ट राघवेंद्र सिंह ने कहा कि RIL ने आज बेहतरीन ब्रेकआउट दिया है. सिंह ने बिजनेस टुडे टीवी से कहा, 'मुझे लगता है कि अगले एक हफ्ते तक डीमर्जर की खबर के बाद तेजी जारी रहेगी.'
RSIL का नेटवर्थ
20 जुलाई को समूह कंपनी के इक्विटी शेयरधारकों का निर्धारण करेगा जो रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के नए इक्विटी शेयर प्राप्त करने के हकदार हैं. अनुमान है कि कंपनी की मुख्य कुल संपत्ति लगभग 1,50,000 करोड़ रुपये है, जिसमें से लगभग 1,10,000 करोड़ रुपये मूल्य के रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर हैं. शेष राशि रियल नेटवर्थ के रूप में है.
इसकी तुलना में, बजाज फाइनेंस, जो वर्तमान में सबसे बड़ी रिटेल एनबीएफसी है. उसकी कुल संपत्ति लगभग 44,000 करोड़ रुपये है. कंपनी ने बताया कि डीमर्जर के तहत शेयरधारकों को रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रत्येक शेयर के बदले रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के एक शेयर मिलेंगे. फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस को डीमर्ज कर अलग फर्म बनाने से कंपनी वित्तीय सर्विसेज पर बेहतर तरीके से ध्यान दे पाएगी.