देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने ग्राहकों को तगड़ा झटका दिया है. SBI ने अपने उन ग्राहकों के अकाउंट फ्रीज (Account freezes) कर दिए हैं, जिन्होंने एक जुलाई तक अपना केवाईसी (KYC) अपडेट नहीं किया था. बैंक ने ये एक्शन उस वक्त लिया है, जब नौकरीपेशा लोगों की सैलरी (Salary) खाते में जमा होती है. बैंक के इस कदम से ग्राहकों को परेशानी हो रही है और वो अपने अकाउंट को ऑपरेट नहीं कर पा रहे हैं.
बैंक अधिकारी का दावा
'बिजनेस लाइन' की रिपोर्ट के अनुसार, ग्राहकों को कहना है कि बैंक ने इसके बारे में सूचित नहीं किया. अब ग्राहक अपने अकाउंट से पैसे नहीं निकाल पा रहे हैं. वहीं, SBI के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया कि एक अधिसूचना जारी की गई थी और ग्राहकों पर्सनल लेटर भेजे गए थे, जिसमें एडवांस में केवाईसी अपडेट करने का निर्देश दिया गया था.
पोर्टल पर कोई सूचना नहीं
हालांकि, SBI के लॉगिन पोर्टल पर केवाईसी अपडेट को लेकर इस तरह की कोई भी सूचना नहीं दिखी. ग्राहकों को इस बारे में तभी सूचना मिलती है, जब वे किसी एटीएम या ऑनलाइन ट्रांजेक्शन की कोशिश कर रहे होते हैं. SBI देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक है और पूरे देश में इसके करीब 45 करोड़ कस्टमर्स हैं.
रिजर्व बैंक की सलाह
ऑनलाइन बढ़ते फ्रॉड के खतरे को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने देश के सभी बैंकों को नियमित रूप से KYC अपडेट करने की सलाह देता है. पहले बैंक 10 साल में एक बार ग्राहकों से केवाईसी अपडेट करने को कहते थे. लेकिन अब कई बैंक तीन साल के अंतराल पर इसे अपडेट करने को कह रहे हैं.
एसबीआई के अधिकारी ने कहा कि ऐसे कई खाते हैं जिन्हें अपडेट करने की आवश्यकता है. एसबीआई के अलावा अभी तक किसी और बैंकों में केवाईसी अपडेशन के कारण खातों को फ्रीज करने के मामले सामने नहीं आए हैं. फिलहाल ये एसबीआई तक ही सीमित है.
घर बैठे अपडेट कर सकते हैं KYC
ब्रांच जाने की नहीं है जरूरत
जब से पूरे भारत में कोविड -19 और लॉकडाउन शुरू हुआ, उसके बाद से एसबीआई ने केवाईसी के डॉक्यूमेंटस् को ऑनलाइन स्वीकार करना शुरू कर दिया था. एसबीआई बैंक ने केवाईसी दस्तावेजों को ऑनलाइन स्वीकार करना शुरू कर दिया था. ग्राहकों को केवाईसी अपडेशन के लिए बैंक के ब्रांच में जाने की जरूरत नहीं है.