बीते कारोबारी दिन अमेरिका के शेयर मार्केट (Share Market) में साल की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी. इसका असर बुधवार को भारतीय शेयर बाजार पर भी दिखाई दिया और मार्केट की शुरुआत लाल निशान पर हुई. आधे घंटे के कारोबार के दौरान ही सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट तेज हो गई. Sensex 400 अंक से ज्यादा फिसल गया, जबकि Nifty 145 अंक टूटकर ट्रेड कर रहा है. बाजार में मचे इस हड़कंप की वजह अमेरिका (America) से आई एक खबर ही है. आइए जानते हैं...
Sensex-Nifty में तेज गिरावट
कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन बुधवार को Stock Market के दोनों इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी ने कमजोर शुरुआत की. BSE का 30 शेयरों वाला Sensex 263.92 अंक या 0.43% की गिरावट के साथ 60,408.80 पर ओपन हुआ. तो वहीं NSE के Nifty इंडेक्स ने 67.70 पॉइंट या 0.38% टूटकर 17,750 के लेवल पर कारोबार शुरू किया. लाल निशान पर खुलने के बाद दोनों इंडेक्स में गिरावट और तेज होती गई. सुबह 9.50 बजे पर सेंसेक्स 451.63 अंक या 0.74% फिसलकर 60,221.09 के स्तर पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 146.45 अंक या 0.82% गिरकर 17,680.05 पर पहुंच गया था.
दोपहर 12.40 बजे तक गिरावट और भी बढ़ गई. खबर लिखे जाने तक BSE SENSEX 60 हजार के स्तर के नीचे पहुंच गया. खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स 705.16 या 1.16% फिसलकर 59,967.56 के स्तर पर कारोबार कर रहा था. निफ्टी में गिरावट तेज हो गई और यह 216.75 अंक या 1.22% टूटकर 17,609.95 के लेवल पर पहुंच गया.
एशियाई बाजार भी धराशायी
Share Market की शुरुआत में लगभग 689 शेयरों में तेजी, 1196 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई थी. वहीं 93 शेयरों में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला था. खबर लिखे जाने तक बीएसई के 30 शेयरों में से 27 लाल निशान पर थे. निफ्टी पर गिरने वाले प्रमुख शेयरों में अडानी एंटरप्राइजेज, टेक महिंद्रा, इंफोसिस, एचसीएल टेक और विप्रो शामिल थे. इसके विपरीत कोल इंडिया, ब्रिटानिया, हिंडाल्को, अपोलो हॉस्पिटल्स और टाटा स्टील के शेयरों में बढ़त देखी गई. सिर्फ घरेलू शेयर मार्केट में ही गिरावट देखने को नहीं मिल रही है, बल्कि एशियाई बाजारों में भी हड़कंप मचा हुआ है. SGX Nifty में 0.4 फीसदी कमजोरी दर्ज की गई, तो निक्केई 225 में 1.32 फीसदी गिरावट देखने को मिली है. शंघाई कंपोजिट भी 0.21 फीसदी टूट गया है.
2% से ज्यादा टूटा था अमेरिकी मार्केट
बाजारों में ये गिरावट मंगलवार को US Stock Market में आई सुनामी के बाद देखने को मिली है. बीते कारोबारी दिन प्रमुख अमेरिकी बाजारों में साल की सबसे बड़ी गिरावट आई थी. Dow Jones में 697.1 अंकों या 2.06 फीसदी फिसलकर 33,129.59 के लेवल पर बंद हुआ था. इसके अलावा S&P 500 इंडेक्स 81.75 अंक या 2 फीसदी टूटकर 3,997.34 के लेवल पर, जबकि Nasdaq 294.97 अंक या 2.5 फीसदी की कमजोरी के साथ 11,492.30 के लेवल पर बंद हुआ था.
US Fed ने दिए ये संकेत
अमेरिकी बाजारों में आए इस भूचाल के लिए अमेरिकी फेडरल रिजर्व का ताजा अलर्ट बड़ी वजह है. दरअसल, US Fed की ओर से ब्याज दरों में एक बार फिर से बड़ी बढ़ोतरी की संभावना जताई गई है. Goldman Sachs के मुताबिक, Federal Reserve इस बार भी ब्याज दरों को 75 बेसिस प्वाइंट तक बढ़ा सकता है. यही नहीं कई मीडिया रिपोर्ट्स में ये आशंका भी व्यक्त की गई है कि अमेरिका में इस साल भी कम से कम तीन बार ब्याज दरों में इजाफा देखने को मिल सकता है. बीते साल भी अमेरिका में चार दशक के चरम पर पहुंची महंगाई दर को कम करने के लिए कई बार ब्याज दरें बढ़ाई गई थीं.