बहुत सारे लोग अपना बिजनेस शुरू करने की सोचते हैं. इनमें से कुछ ही प्रयास कर पाते हैं और कम ही लोग अपने बिजनेस को सफल बना पाते हैं. हालांकि ऐसी कहानियों की भरमार है, जहां लोगों ने बेहद मामूली स्तर पर शुरुआत की और बिजनेस को सफल बनाने में जुटे रहे. उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें बेशुमार सफलताएं भी दीं. आज हम आपको एक ऐसी ही सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं. यह कहानी है कि कॉलेज में साथ पढ़ने वाले तीन दोस्तों की, जिन्होंने महज 2 लाख रुपये लगाकर बिजनेस की शुरुआत की और आज उनकी कंपनी का टर्नओवर करोड़ों में है.
गिफ्ट की डिलीवरी से हुई शुरुआत
हम बात कर रहे हैं ऑनलाइन बेकरी स्टार्टअप कंपनी बेकिंगो की. नई दिल्ली स्थित नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले तीन दोस्तों हिमांशु चावला, श्रेय सहगल और सुमन पात्रा की यह यात्रा काफी प्रेरक है. साल 2006 में कॉलेज समाप्त होने के बाद तीनों दोस्तों ने कुछ समय कॉरपोरेट में नौकरी की. इसके बाद उन्होंने साल 2010 में फ्लावर ऑरा नाम से अपने पहले वेंचर की शुरुआत की. यह कंपनी फ्लावर, केक और पर्सनलाइज्ड गिफ्ट से जुड़ी ऑनलाइन सर्विसेज प्रदान करती थी. दी वीकेंड लीडर की एक रिपोर्ट में सुमन बताते हैं कि इसकी शुरुआत गुरुग्राम में एक बेसमेंट से की गई थी.
वेलेंटाइन डे ने दिया बिजनेस को बूस्ट
फ्लावर ऑरा को फरवरी 2010 में महज 2 लाख रुपये की पूंजी से शुरू किया गया था. सुमन इसकी शुरुआत के एक साल बाद इससे जुड़े थे. शुरुआत में कंपनी के पास सिर्फ एक ही कर्मचारी था, जो कस्टमर सर्विस रिप्रजेंटेटिव का भी काम करता था और वही ऑपरेशन व डिलीवरी मैनेज करता था. साल 2010 में वेलेंटाइन डे का दिन इस वेंचर के लिए बड़ा दिन बनकर आया. उस रोज कंपनी को इतने ऑर्डर मिले कि को-फाउंडर्स हिमांशु और श्रेय को भी डिलीवरी देने जाना पड़ गया. इसकी सफलता से उन्होंने कुछ और नया करने की सोच ली.
अभी इतना फैल चुका है कारोबार
साल 2016 में हिमांशु चावला, श्रेय सहगल और सुमन पात्रा ने मिलकर एक नई कंपनी के तहत बेकिंगो नाम से अलग ब्रांड की शुरुआत की. बेकिंगो की शुरुआत इस सोच के साथ की गई थी कि लोगों को देश की अलग-अलग लोकेशंस पर सेम ब्रांड के ताजे केक डिलीवर किए जा सकें. अभी यह कंपनी दिल्ली-एनसीआर, हैदराबाद, बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों के साथ-साथ मेरठ, पानीपत, रोहतक और करनाल जैसे छोटे शहरों में भी सर्विस दे रही है. कंपनी की 30 फीसदी बिक्री अपनी वेबसाइट से होती है, जबकि 70 फीसदी बिक्री स्विगी और जोमैटो आदि के जरिए होती है.
बेकिंगो ने FY 2021-22 में 75 करोड़ रुपये से ज्यादा का टर्नओवर हासिल किया था. अभी इस कंपनी में 500 से ज्यादा लोग काम कर रहे हैं. कंपनी ने इसी साल दिल्ली में अपने पहले ऑफलाइन आउटलेट की शुरुआत की है.