ऐसा लगता है कि टाटा ग्रुप भी देश के ई-कॉमर्स बाजार में पूरी दमखम के साथ अपनी मौजूदगी बढ़ाने की तैयारी कर रहा है. खबर है कि टाटा समूह बिजनेस टु बिजनेस (B2B) मार्केटप्लेस इंडिया मार्ट और ऑनलाइन ग्रॉसरी सुपरमार्केट बिग बास्केट में हिस्सेदारी लेने की तैयारी कर रहा है.
ब्लूमबर्ग ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि टाटा ग्रुप और इंडियामार्ट के बीच बातचीत अभी शुरुआती चरण में है. हालांकि इस बारे में टाटा के प्रतिनिधि ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. गौरतलब है कि इस साल इंडियामार्ट (IndiaMart InterMesh Ltd) के शेयर करीब 142 फीसदी चढ़ गये हैं.
क्या कहा कंपनियों ने
बिग बास्केट ने भी इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की. ब्लूमबर्ग के एक सवाल के जवाब में इंडियामार्ट के फाउंडर और सीईओ दिनेश अग्रवाल ने कहा, 'इसमें कोई सच्चाई नहीं है कि निवेश या अधिग्रहण को लेकर इंडियामार्ट की टाटा ग्रुप के साथ कोई बात चल रही है.'
सुपर ऐप लाने की तैयारी
ई-कॉमर्स के दंगल में रिलायंस, एमेजॉन, फ्लिपकार्ट जैसे दिग्गजों से दो-दो हाथ के लिए अब टाटा समूह भी अखाड़े में उतरने की तैयारी कर रहा है. टाटा समूह एक 'सुपर ऐप' लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है. रिलायंस जियो मार्ट, फ्लिपकार्ट, एमेजॉन जैसे दिग्गजों के बीच ई-कॉमर्स रिटेल में पहले से ही कड़ा मुकाबला चल रहा है.
अपने सुपर ऐप के द्वारा टाटा समूह पहली बार अपनी कई ग्राहक सेवाओं को एक जगह लेकर आएगा. इस ऐप के द्वारा शॉपिंग ऐप टाटा क्लिक, ग्रॉसरी स्टोर StarQuik और ऑनलाइन इलेक्ट्रॉनिक्स प्लेटफॉर्म क्रोमा जैसे टाटा समूह के कई प्लेटफॉर्म के उत्पाद एवं सेवाएं एक ही जगह उपलब्ध हो जाएंगी.
कड़ा है मुकाबला
गौरतलब है कि रिलायंस समूह रिटेल में काफी आक्रामक तरीके से टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा है. उसके पास दुनिया की कई दिग्गज कंपनियों की टेक्नोलॉजी है, रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म्स में एक दर्जन से ज्यादा विदेशी कंपनियों ने 1.5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा निवेश किया है. लेकिन टाटा समूह इस मामले में अभी काफी पीछे था. टाटा समूह के पास कई बड़ी कंपनियां है, जिनमें टाटा स्टील से लेकर देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी टीसीएस तक शामिल हैं.