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Agnipath Scheme: देश के इन 5 बड़े उद्योगपतियों ने एक सुर में कहा- अग्निपथ योजना बढ़िया है

टाटा संस के चेयरमैन से पहले महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा, आरपीजी एंटरप्राइजेज के चेयरमैन हर्ष गोयनका, बायोकॉन लिमिटेड की चेयरपर्सन किरण मजूमदार-शॉ और अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप की ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर संगीता रेड्डी जैसे उद्योगपति अग्निपथ योजना का समर्थन कर चुके हैं.

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अग्निवीरों को नौकरी में प्राथमिकता
अग्निवीरों को नौकरी में प्राथमिकता
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अग्निवीरों को प्राथमिकता देंगी कई कंपनियां
  • योजना का समर्थन कर रहे दिग्गज उद्योगपति

केंद्र सरकार की हालिया सैन्य भर्ती योजना अग्निपथ (Agnipath Scheme) के ऐलान के बाद देशभर में बवाल मचा हुआ है. देश के कई राज्यों में पिछले कुछ दिनों से इस योजना का विरोध (Agnipath Protest) हो रहा है. कई मामलों में तो विरोध हिंसक हो गया और रेलवे समेत अन्य सरकारी संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया गया. इस बीच देश के कई बड़े कॉरपोरेट घराने (Corporate Houses) और दिग्गज उद्योगपति (Industrialists) केंद्र सरकार की इस योजना के समर्थन में उतर आए हैं.

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इस फेहरिस्त में ताजा नाम जुड़ा है टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन (Tata Sons Chairman N Chandrasekharan) का. उन्होंने न सिर्फ इस योजना की तारीफ की, बल्कि ये भी कहा कि टाटा समूह की कंपनियां अग्निवीरों (Agniveer) को 4 साल की सेवा के बाद नौकरी में प्राथमिकता देंगी.

अग्निवीरों को नौकरी देंगी टाटा की कंपनियां

टाटा संस के चेयरमैन से पहले महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा (Mahindra Group Chairman Anand Mahindra), आरपीजी एंटरप्राइजेज के चेयरमैन हर्ष गोयनका (RPG Enterprises Chairman Harsha Goenka), बायोकॉन लिमिटेड की चेयरपर्सन किरण मजूमदार-शॉ (Biocon Ltd Chairperson Kiran Mazumdar-Shaw) और अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप की ज्वाइंट मैनेजिंग डाइरेक्टर संगीता रेड्डी (Apollo Hospitals Group's Joint MD Sangita Reddy) जैसे उद्योगपति अग्निपथ योजना का समर्थन कर चुके हैं. चंद्रशेखरन ने एक बयान में कहा, 'अग्निपथ योजना युवाओं के लिए सिर्फ देश के सैन्य बलों में सेवा प्रदान करने का शानदार अवसर नहीं है, बल्कि यह टाटा समूह समेत पूरे उद्योग जगत के लिए बेहद अनुशासित व प्रशिक्षित युवा भी उपलब्ध कराएगी. टाटा समूह में हम सभी अग्निवीरों की क्षमताओं से अवगत हैं और उन्हें इस संबंध में अवसर प्रदान करने का स्वागत करते हैं.'

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महिंद्रा समूह में भी अग्निवीरों को तरजीह

इससे पहले महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने अग्निपथ योजना को लेकर देश में हो रही हिंसक घटनाओं पर दुख जाहिर किया था. उन्होंने कहा था, 'अग्निपथ योजना के ऐलान के बाद जिस तरह की हिंसा हो रही है, उससे दुखी और निराश हूं. पिछले साल जब इस योजना पर विचार किया जा रहा था, तब मैंने कहा था कि अग्निवीरों को जो अनुशासन और कौशल मिलेगा, वह उन्हें उल्लेखनीय रूप से रोजगार के योग्य बनाएगा. महिंद्रा ग्रुप इस तरह के प्रशिक्षित व सक्षम युवाओं को हमारे यहां भर्ती (नौकरी) का मौका देगा.'

इन उद्योगपतियों ने भी किया अग्निपथ का सपोर्ट

गोयनका ने भी आनंद महिंद्रा के ट्वीट को शेयर करते हुए इसी तरह की राय व्यक्त की थी. उन्होंने भी अपने समूह की कंपनियों में अग्निवीरों को नौकरी का मौका देने का ऐलान किया. बाद में किरण मजूमदार-शॉ और संगीता रेड्डी ने भी सैन्य भर्ती की इस नई योजना का समर्थन किया. उन्होंने भी कहा कि यह योजना युवाओं को अनुशासित और रोजगार के अधिक योग्य बनाने वाली है.

इस कारण पूरे देश में हो रहा विरोध

आपको बता दें कि अग्निपथ योजना का ऐलान 14 जून को किया गया था. इसके तहत युवाओं को तीनों सैन्य बलों में 04 साल तक सेवा देने का मौका मिलेगा. इनमें से कुछ युवाओं को सेना में स्थाई कर दिया जाएगा. देश में इस योजना के विरोध की मुख्य वजह यही है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि चार साल बाद उनके सामने एक बार फिर से बेरोजगार होने का जोखिम रहेगा. दूसरी ओर सेना ने साफ कर दिया है कि अब जो भी भर्तियां होंगी, वे अग्निपथ योजना के माध्यम से ही होंगी.

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