एअर इंडिया (Air India) की नीलामी इस साल की सबसे बड़ी बिजनेस डील में से एक है. एक महीने के भीतर एअर इंडिया टाटा समूह (Tata Group) के नियंत्रण में आ जाएगी. इसका असर अब बैंकिंग साख पर भी दिखने लगा है. एअर इंडिया के मौजूदा कर्जदाताओं (Lenders) ने अब टाटा से जुड़ी उस कंपनी को 35 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज देने का ऑफर दिया है, जो सरकारी विमानन कंपनी का कंट्रोल संभालने वाली है.
बेहद कम रहेगा ब्याज
इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है. रिपोर्ट में मामले से जुड़े सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि एअर इंडिया को कर्ज देने वाले बैंकों ने टाटा संस से जुड़ी Talace को 35 हजार करोड़ रुपये से अधिक का लोन देने का ऑफर दिया है. यह लोन भी महज 4.25 फीसदी के वेटेड एवरेज यील्ड पर देने की पेशकश की गई है.
टाटा समूह से प्रमोटेड है Talace
निजीकरण की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद एअर इंडिया Talace के कंट्रोल में आ जाएगी. टाटा संस Talace की प्रमोटर है. Talace ने एअर इंडिया को कर्ज देने वाले बैंकों को एक साल के लिए जनरल पर्पस के 23 हजार करोड़ रुपये के कर्ज की बोलियां लगाने को कहा था. बैंकों ने इस बिडिंग इनविटेशन के बाद यह ऑफर पेश किया है. कंपनी ने बताया था कि उसे 18 हजार करोड़ रुपये एअर इंडिया के कर्ज के लिए और 5 हजार करोड़ रुपये शुरुआती ऑपरेटिंग कॉस्ट के लिए चाहिए.
Tata की साख बताता है बैंकों का यह ऑफर
बैंकों के इस ऑफर से टाटा समूह की साख का पता चलता है. एअर इंडिया वित्तीय संकटों से जूझ रही थी और इसी कारण सरकार को उसका निजीकरण करना पड़ा. अब टाटा के हाथों जाते ही एअर इंडिया के लिए बैंक कर्ज देने का ऑफर देने लगे हैं. ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, टाटा समूह की कंपनी को बिना कुछ गिरवी रखे अनरेटेड लोन देने के लिए संबंधित बैंकों ने खास रिज्यॉल्यूशन पास किया. एमसीएलआर से भी कम ब्याज पर लोन देने के लिए ऐसे रिज्यॉल्यूशन की जरूरत होती है.
इन बैंकों ने दिया है ऑफर
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि जिन बैंकों ने टाटा की कंपनी को सस्ता कर्ज देने का ऑफर दिया है, उनमें एसबीआई, पीएनबी, बैंक ऑफ बड़ौदा और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया शामिल हैं. इन बैंकों ने 3 हजार करोड़ रुपये से 12 हजार करोड़ रुपये तक के लोन का ऑफर दिया है. मजेदार तथ्य यह है कि अगर यह रिपोर्ट सही साबित हुई तो एअर इंडिया के पुराने कर्ज को चुकाने के लिए टाटा को जो नया कर्ज मिलेगा, उसका ब्याज पहले से काफी कम होगा.
पहले से आधा भी नहीं रह जाएगा ब्याज
इस साल हुई नीलामी में टाटा समूह की Talace ने 18 हजार करोड़ रुपये की बोली लगाई थी, जो सबसे बड़ी साबित हुई. इस 18 हजार करोड़ रुपये में 15,300 करोड़ रुपये एअर इंडिया का पुराना कर्ज चुकाने के लिए, जबकि 2,700 करोड़ रुपये सरकार को कैश में देने के लिए है. एअर इंडिया के पुराने कर्ज पर 9 से 10 फीसदी का ब्याज बैंक वसूल रहे हैं. हालांकि अभी तक न तो किसी बैंक ने और न ही टाटा समूह ने इस खबर की आधरिकारिक तौर पर पुष्टि की है.