एक ओर दुनिया में ट्रेड वॉर (Trade War) की शुरुआत हो चुकी है, तो दूसरी ओर अमेरिकी शेयर बाजार (US Stock Markets) से लेकर भारत समेत सभी एशियाई मार्केट में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. अमेरिका के मार्केट टूटने के चलते मंदी का साया गहराने की चर्चाएं भी तेज हो गई हैं. इस बीच मशहूर किताब 'Rich Dad, Poor Dad' के लेखक रॉबर्ट कियोसाकी ने इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट की चेतावनी दी है और इस संबंध में उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर (अब X) पर एक पोस्ट शेयर किया है.
1929 के क्रैश को पीछे छोड़ सकती है गिरावट
रिच डैड, पुअर डैड के लेखक रॉबर्ट कियोसाकी (Robert Kiyosaki) ने मंगलवार को अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि जो फाइनेंशियल मंदी (Financial Recession) देखने को मिल रही है, वो आने वाले समय में 1929 के मार्केट क्रैश को भी पीछे छोड़ सकती है, जिसके कारण महामंदी आई थी. उन्होंने अपनी लंबी-चौड़ी पोस्ट में आगे लिखा कि, 'बुलबुला फूट रहा है और मुझे डर है कि यह गिरावट इतिहास की सबसे बड़ी हो सकती है.' कियोसाकी ने ये भी कहा कि उन्होंने इस तरह की बड़ी गिरावट के बारे में बहुत पहले अपनी किताब में भी किया था.
बाजार टूटने के बीच किया अलर्ट
रॉबर्ट कियोसाकी की ये चेतावनी ऐसे समय में आई है, जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump की टैरिफ पॉलिसी के चलते दुनिया में ट्रेड वॉर की शुरुआत हो गई है. यही नहीं US Markets में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. बीते सोमवार को तो Dow Jones 1100 अंकों का गोता लगा गया था और Nasdaq की बात करें, तो इसमें सितंबर 2022 के बाद सबसे बड़ी गिरावट आई थी, ये इंडेक्स 4 फीसदी से ज्यादा टूट गया था. इसके अलावा S&P500 इंडेक्स भी करीब 2.7% की गिरावट के साथ बंद हुआ था. कई एक्सपर्ट्स ने मंदी की आशंकाओं को दोहराना भी शुरू कर दिया है.
THE EVERYTHING BUBBLE is bursting. I am afraid this crash may be the biggest in history.
— Robert Kiyosaki (@theRealKiyosaki) March 11, 2025
Germany, Japan, and America have been the engines up to now.
Unfortunately our incompetent leaders led us into a trap….giant crash.
I wrote about this crash in my book RICH DAD’s…
डरना स्वभाविक, लेकिन घबराएं नहीं
Rich Dad, Poor Dad के लेखक कियोसाकी ने जर्मनी, जापान और अमेरिका के आर्थिक इंजनों की ओर इशारा करते हुए कहा कि कुछ अक्षम नेताओं ने हमें एक जाल में फंसा दिया. उन्होंने कहा कि, 'ऐसे समय में परेशान और भयभीत होना सामान्य है, बस घबराएं नहीं, धैर्य रखें, जिसका मतलब है कि आप शांत रहें, गहरी सांस लें, अपनी आंखें खुली रखें और अपना मुंह बंद रखें. जबकि लाखों लोग कुचले जाएंगे, लेकिन आपको उनमें से एक नहीं होना है. साल 2008 में जब ऐसे हालात बने थे, तो मैंने इंतजार किया, घबराहट और धूल को जमने दिया और फिर बिक्री के लिए बढ़िया रियल एस्टेट की तलाश शुरू की, वो भी भारी डिस्काउंट पर.'
कियोसाकी ने फिर दी सोना-चांदी खरीदने की सलाह
अपनी पोस्ट में उन्होंने साफ शब्दों कहा कि दुनिया जिस दौर से गुजर रही है, यह आपके जीवन का सबसे बड़ा अवसर भी साबित हो सकता है. धैर्य रखें और शांत रहें, चाहे हालात कितने भी अशांत क्यों न हों. अलर्ट देने के साथ ही उन्होंने अपनी Social Media पोस्ट के जरिए अपनी इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटजी भी शेयर की है. कियोसाकी ने कहा है कि मैं अचल संपत्ति, सोना (Gold), चांदी (Silver) और बिटकॉइन (Bitcoin) खरीदना जारी रखूंगा. बता दें कि इससे पहले भी लेखक ने इन एसेट्स में निवेश की सलाह दी है.
एक्सपर्ट्स भी जता रहे मंदी की आशंका
डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की टैरिफ पॉलिसी ने हाल ही में वैश्विक अनिश्चिचतता को बढ़ाने का काम किया है, जिसका असर बाजारों में उथल-पुथल के रूप में भी देखने को मिल रहा है. रॉयटर्स के सर्वे से पता चलता है कि Trump Tariff के असर के चलते अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको के इकोनॉमिस्ट्स चिंता जता रहे हैं. इसके नतीजों को देखें, तो पता चला है कि कनाडा, अमेरिका और मेक्सिको में 74 में से 70 अर्थशास्त्रियों मानते हैं कि मंदी (Recession) का जोखिम बढ़ गया है और विशेष रूप से अमेरिका में महंगाई का जोखिम बढ़ गया है.