रविवार को नोएडा स्थित ट्विन टावर (Noida Twin Towers) को गिरा दिया गया. सैकड़ों करोड़ रुपये की लागत से कई सालों में बनकर तैयार हुईं ये गगनचुंबी इमारतें महज 9 सेकेंड में जमींदोज हो गईं. ट्विन टॉवर के गिरने से पहले रात भर इसे बनाने वाली रियल एस्टेट कंपनी सुपरटेक (Supertech) के मालिक सो नहीं पाए थे. ये हम नहीं कह रहे, बल्कि खुद आर के अरोड़ा (R K Arora) ने अपना दर्द बयां किया.
बेहद दर्द भरा था वो लम्हा
आजतक के सहयोगी चैनल इंडिया टुडे के साथ खास बातचीत के दौरान, सुपरटेक के चेयरमैन (Supertech Chairman) आर के अरोड़ा (RK Arora) का दर्द छलक पड़ा. जब उनसे पूछा गया कि ट्विन टावर (Twin Towers) गिरने पर आप कैसा महसूस कर रहे थे?, तो उन्होंने कहा कि ये मेरे लिए बेहद दर्द भरा लम्हा था.
अरोड़ा ने कहा कि हमने 2009 में इसे बनाने की शुरुआत की थी और बड़ी मेहनत से इसे तैयार किया था. रविवार को बिल्डिंग गिरने से पहले शनिवार की पूरी रात मैं सो नहीं पाया...उन्होंने कहा जिसे आपने बनाया हो और आप ही को उसे गिराना पड़े तो सोचिए दिल पर क्या बीतेगी. गिराने के लिए खर्च भी हमें ही करना पड़ा.
सभी अप्रूवल लेने का किया दावा
सुपरटेक चेयरमैन ने कहा कि इस बिल्डिंग बनाते समय सभी अप्रूवल लिए और रहवासियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा गया था. लेकिन जिस बिल्डिंग को मैंने मेहनत से तैयार किया, सुप्रीम कोर्ट ने उसे गिराने का आदेश दे दिया. उन्होंने आगे कहा कि आप सोचिए हमने खुद इस बिल्डिंग को बनाया और इसे गिराने का खर्चा भी खुद वहन किया. लेकिन, हमने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पूरा पालन किया. मैं रात भर यही सोचता रहा कि बिल्डिंग ठीक तरीके से धराशायी हो जाए और इसके गिरने से किसी दूसरी इमारत को कोई नुकसान न हो.
दूसरे प्रोजेक्ट्स पर नहीं होगा असर
सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के चलते गिराए गए ट्विन टावर से कंपनी के दूसरे प्रोजेक्ट्स पर क्या असर होगा? इस सवाल के जवाब में अरोड़ा ने कहा कि हमने बीते 40 साल में 70,000 से ज्यादा घरों का पजेशन होमबायर्स (Supertech Homebuyers) को दिया है. आगे भी हम टाइम पर पजेशन देंगें, ट्विन टावर पर हुई कार्रवाई का असर हमारे किसी भी प्रोजेक्ट पर नहीं होगा.
गौरतलब है कि सुपरटेक के विभिन्न प्रोजेक्ट्स में करीब 20,000 फ्लैट निर्माणाधीन है. आर के अरोरा ने कहा कि होमबायर्स को घबराने की जरूरत नहीं है. सभी प्रोजेक्टों में 70 से 80 फीसदी काम पूरा हो गया है, खरीदारों को तय समय पर उनका घर मिलेगा.
अरोरा बोले- हम करप्शन में शामिल नहीं
आर के अरोड़ा ने कहा कि 40 साल से इस सेक्टर में काम कर रहे हैं. अप्रूवल कराते हैं और बिल्डिंग बनाते हैं. उन्होंने कहा कि हम किसी भी तरह के करप्शन में शामिल नहीं हैं. हमने सभी प्रोजेक्ट नियम कायदों के साथ अप्रूवल लेकर पूरे किए गए. गौरतलब है कि ट्विन टावर की दोनों 30 और 32 मंजिला इमारतों को 9000 छेद कर 3,700 किलोग्राम बारूद से विस्फोट करने के बाद रविवार को गिराया गया था.
इस बीच जहां से विवाद शुरू हुआ. यानी 18 मीटर से ऊपर हाइट की बिल्डिंग्स के बीच में फासला, उस पर अरोड़ा ने कहा कि इस तरह की बिल्डिंग के बीच 6 मीटर का स्पेस होना चाहिए, लेकिन हमने 9.78 मीटर का डिस्टेंस रखा था.