
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र ने साल-2025 तक भारतीय अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर का बनाने का लक्ष्य रखा है. वहीं उत्तर प्रदेश की सरकार साल 2027 तक प्रदेश की इकोनॉमी को 1 ट्रिलियन तक पहुंचाने के लक्ष्य पर काम कर रही है. प्रधानमंत्री का कहना है कि आगामी कुछ वर्षों में देश की इकोनॉमी में उत्तर प्रदेश की बड़ी भूमिका रहने वाली है. इसी कड़ी में यूपी में ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया है, जिसका आगाज आज हो गया है, कार्यक्रम 12 फरवरी तक चलेगा. राज्य सरकार को इस आयोजन के जरिये करीब 25 लाख करोड़ रुपये के MoU साइन होने की उम्मीद है.
आइए जानते हैं किस उद्योगपति ने उत्तर प्रदेश को क्या सौगातें दीं...
मुकेश अंबानी ने की सौंगातों की बौछार...
देश से सबसे अमीर शख्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने अपनी सौगातों से उत्तर प्रदेश सरकार की झोली भर दी है. मुकेश अंबानी ने अपने भाषण की शुरुआत में उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था में जबरदस्त सुधार का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि यही कारण है कि आज निवेशक उत्तर प्रदेश में पैसे लगाने के लिए उत्साहित हैं. 'ईज आफ डूइंग' बिजनेस में सुधार के कारण राज्य नए भारत के लिए आशा का केंद्र बन गया है.
अगर घोषणाओं की बात करें तो मुकेश अंबानी ने यूपी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में बड़ा ऐलान कर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा. उन्होंने अगले चार साल के अंदर उत्तर प्रदेश में अतिरिक्त 75,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की बात कही है. क्योंकि रिलायंस ग्रुप साल 2018 के बाद से अब तक यूपी में 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश कर चुका है. मुकेश अंबानी की मानें तो इस निवेश के जरिए अतिरिक्त 1 लाख से अधिक रोजगार सृजित होंगे. मुकेश अंबानी के अनुसार, 'हम यूपी में 10 गीगावॉट रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट लगाएंगे, और बॉयो एनर्जी उद्योग की भी शुरुआत करेंगे.'
टाटा का भी बड़ा ऐलान-
टाटा ग्रुप ने भी इस कार्यक्रम में बड़ा ऐलान किया है. इस कार्यक्रम में टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन पहुंचे. उन्होंने कहा कि भारत को 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने में यूपी की भूमिका बड़ी होगी. टाटा ग्रुप उत्तर प्रदेश के विकास में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. चंद्रशेखरन ने कहा, 'टीसीएस पहले से उत्तर राज्य में मौजूद है. आने वाले दिनों में एअर इंडिया का यूपी को देश और दुनिया से जोड़ने का प्लान है. टाटा प्रमुख के मुताबिक उत्तर प्रदेश में विकास की अपार संभावनाएं हैं, यह राज्य कृषि क्षेत्र में पहले से व्यवस्थित है. यूपी में निवेश के लिए कृषि, मैन्युफेक्चरिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर, डिफेंस, फार्मा, एयरोस्पेस और टूरिज्म में निवेश की बहुत संभावनाएं हैं.
बिड़ला समूह का भी बड़ा ऐलान-
उत्तर सरकार सरकार के बुलावे पर इस कार्यक्रम में शामिल होने आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला भी पहुंचे. उन्होंने कहा कि साल 2030 तक भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है. इस समय भारत दुनियाभर में सबसे तेजी से बढ़ने वाली इकोनॉमी है. कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा, 'मेरी कंपनी की मौजूदगी फिलहाल दुनिया के करीब 36 देशों में है, लेकिन मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि भारत आज उन सभी से अलग है.'
उत्तर प्रदेश की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि निवेश के क्षेत्र में कई बेहतर कदम उठाए गए हैं. इसमें से एक 'निवेश मित्र पोर्टल' है, जो काफी बेहतर है, जिसके कारण निवेशकों के लिए उत्तर प्रदेश आकर्षण का केंद्र बन गया है. बिड़ला ग्रुप के प्रमुख ने कहा कि हमारा उत्तर प्रदेश के साथ 70 के दशक से रिश्ता है. रेणू कोट में हमारी फ्लैगशिप कंपनी हिंडाल्को की सीमेंट फैक्ट्री है. यूपी में आदित्य बिड़ला ग्रुप के 7 से अधिक बिजनेस हैं, और 13000 लोग काम करते हैं. बिड़ला ग्रुप ने यूपी में 25000 करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया है.
हिंदुस्तान यूनिलीवर की तरफ से ये ऐलान-
लखनऊ में आयोजित यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में शामिल होने पहुंचे हिंदुस्तान यूनिलीवर के सीईओ और एमडी संजय मेहता ने कहा कि यूपी हमारे लिए महत्वपूर्ण राज्य है. यूपी सरकार ने हर संभव मदद की है, जो कि प्रशंसनीय है. उन्होंने निवेशकों को उत्तर प्रदेश में निवेश की सलाह दी, और कहा कि माहौल बिल्कुल निवेश के अनुकूल है, सबसे बड़ी बात सरकार निवेश को लाने के लिए सक्रिय है.
CM योगी की हुंकार
वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस निवेश कुंभ में अबतक 18,643 MoU साइन हुए हैं. इसमें 32 लाख 92 हजार करोड़ के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए. इसके जरिए 92 लाख 50 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा. ये निवेश एनर्जी,इलेक्ट्रॉनिक्स, मैन्युफैक्चरिंग, आईटी, टूरिज्म, पॉवर जनरेशन, हेल्थ केयर, फूड, डेयरी समेत कई सेक्टर शामिल हैं. सीएम योगी ने बताया कि इस समिट को सफल बनाने के लिए यूपी कैबिनेट के मंत्रियों ने दुनिया के 16 देशों के 21 शहरों में रोड-शो का आयोजन किया.
इस समिट में 13 देशों से ज्यादा के उद्योगपति राजधानी लखनऊ में हजारों करोड़ के एमओयू साइन करेंगे. जिन देशों के औद्योगिक विकास मंत्रियों को निमंत्रण भेजा गया, उनमें संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), जापान, जर्मनी, थाईलैंड, मैक्सिको, साउथ अफ्रीका, ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, नीदरलैंड, बेल्जियम, कनाडा एवं अर्जेंटीना शामिल हैं. समिट में करीब 22 लाख करोड़ रुपये के निवेश के करार होने की उम्मीद है.