अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि वह चीन पर लगाए टैरिफ को घटा सकते हैं. अगर शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म TikTok को बेचने के लिए पैरेंट कंपनी ByteDance के साथ डील होती है. ByteDance के पास TikTok के लिए गैर-चीनी खरीदार खोजने के लिए 5 अप्रैल की समय सीमा है या फिर उसे राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर अमेरिकी प्रतिबंध का सामना करना पड़ेगा, जो 2024 के कानून के तहत जनवरी में लागू होना था.
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर सोशल मीडिया ऐप पर कोई समझौता नहीं हुआ तो वह समयसीमा बढ़ाने को तैयार हैं. ट्रंप ने आगे कहा, 'टिकटॉक के मामले में चीन को इसमें भूमिका निभानी होगी और मुझे लगता है कि वे ऐसा करेंगे. शायद मैं उन्हें टैरिफ में थोड़ी छूट या कुछ और दूंगा, ताकि यह काम पूरा हो सके.'
टिकटॉक को लेकर टैरिफ लगाने की दी थी चेतावनी
चीन को 10 अरब डॉलर की टिकटॉक यूनिट का कंट्रोल छोड़ने के लिए किसी भी डील पर सहमत करना हमेशा से किसी भी समझौते को अंतिम रूप देने में सबसे बड़ा अड़चन रहा है. ट्रंप ने पहले भी टिकटॉक को लेकर कई धमकियां दी थीं. 20 जनवरी को अपने पद पर पहले दिन उन्होंने चेतावनी दी कि अगर बीजिंग टिकटॉक के साथ अमेरिकी सौदे को मंजूरी देने में विफल रहा तो वह चीन पर टैरिफ लगा सकते हैं. इस महीने की शुरुआत में, ट्रंप ने चीन से सभी आयातों पर अपने अतिरिक्त टैरिफ को फरवरी में जारी 10% से बढ़ाकर 20% कर दिया.
टल सकता है ट्रेड वॉर का खतरा
उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के स्वामित्व को समान्य शर्तों पर 5 अप्रैल तक सहमति बन जाएगी. लगभग आधे अमेरिकियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले ऐप का भविष्य अधर में लटका हुआ है. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि ट्रंप की बातों पर चीन सहमत होता है या नहीं? लेकिन अगर ट्रंप से चीन भी सहमति देता है तो चीन पर लगने वाला टैरिफ कम हो सकता है, जिससे दोनों देशों के बीच ट्रेड वॉर का खतरा टल सकता है.
2 अप्रैल से लगेगा यूएस का टैरिफ
अमेरिका ने ऐलान किया है कि दो अप्रैल से मैक्सिको, कनाडा और चीन पर नया टैरिफ लागू होगा. वहीं भारत और अमेरिका के बीच चल रहे ट्रेड वार्ता के बीच ट्रंप प्रशासन ने संकेत दिया है कि भारत पर रेसिप्रोकल टैरिफ कम हो सकता है. जिससे भारत को बड़ी राहत मिल सकती है.