कोरोना संकट भले ही छोटे कारोबारियों और आम लोगों के जीवन को तबाह कर रहा हो, देश के अमीर लोगों और बड़ी कंपनियों की तो इस दौरान भी चांदी रही है. कोरोना संकट के बावजूद इस साल यानी 2021 में भारत की टॉप 500 कंपनियों के वैल्युशन (Valuation) में 69 फीसदी की शानदार बढ़त हुई है.
Burgundy प्राइवेट हारुन इंडिया लिस्ट (2021 Burgundy Private Hurun India 500) के मुताबिक देश की टॉप 500 कंपनियों का कुल नेटवर्थ बढ़कर 228 लाख करोड़ रुपये (3 ट्रिलियन डॉलर) तक पहुंच गया है जो कि देश के जीडीपी से भी ज्यादा है. इस साल 200 ऐसी कंपनियां हैं जिनका वैल्युएशन डबल हो चुका है. यह आंकड़े 30 अक्टूबर 2021 तक के हैं.
सबसे आगे रिलायंस
इस लिस्ट में देश और एशिया के सबसे अमीर कारोबारी मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) सबसे आगे है जिसका वैल्युएशन 16.7 लाख करोड़ रुपये हो चुका है. इसके बाद टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (13.1 लाख करोड़ रुपये) और एचडीएफसी बैंक (9.1 लाख करोड़ रुपये) का स्थान है.
रिपोर्ट में कहा गया है, 'कोविड-19 के साल में भी इन कंपनियों केवैल्युएशन में गिरावट नहीं आई है. BSE सेंसेक्स और NSE निफ्टी में 50 फीसदी से ज्यादा की बढ़त हुई है, जबकि S&P BSE 500 कंपनियों केवैल्युएशन में 69 फीसदी का इजाफा हुआ है.'
जीडीपी का 37 फीसदी सिर्फ 10 कंपनियों के पास
देश की जीडीपी के 37 फीसदी के बराबर वैल्युएशन तो सिर्फ टॉप 10 कंपनियों का हो गया है. इन कंपनियों का वैल्युएशन 47 फीसदी बढ़कर 72.7 लाख करोड़ रुपये हो गया है.
इस सूची के मुताबिक रिलायंस के वैल्युएशन में 28 फीसदी, टीसीएस के 31 फीसदी और एचडीएफसी बैंक के वैल्युएशन में 39 फीसदी की बढ़त हुई है. यही नहीं ICICI Bank बैंक के वैल्युएशन में 99 फीसदी, बजाज फाइनेंस के वैल्युएशन में 116 फीसदी और विप्रो के वैल्युएशन में 89 फीसदी की शानदार बढ़त हुई है.
सीरम की भी रही चांंदी
अनलिस्टेड कंपनियों में सबसे ज्यादा 1.8 लाख करोड़ रुपये का वैल्युएशन कोविशील्ड वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) का है. इससे साफ जाहिर हो रहा है कि इस कंपनी को वैक्सीन बनाने का काफी फायदा मिला है. इस साल पुणे स्थित इस कंपनी के वैल्युएशन में 127 फीसदी का उछाल आया है.
टॉप 500 की लिस्ट में सबसे ज्यादा 167 कंपनियों मुंबई की हैं, इसके बाद 52 कंपनियां बेंगलुरु की और 38 कंपनियां चेन्नई की हैं. इसमें सबसे ज्यादा 77 कंपनियां फाइनेंशियल सेक्टर की और उसके बाद 64 कंपनियां हेल्थकेयर सेक्टर की हैं.
कितनी नौकरियां दीं?
इन 500 कंपनियों की कुल बिक्री 58 लाख करोड़ रुपये की रही है, जो कि देश के जीडीपी के 26 फीसदी के बराबर है. इन्होंने 69 लाख लोगों को नौकरियां दी हैं जो कुल वर्कफोर्स के महज 1.5 फीसदी के बराबर है. यह तब है जब इस लिस्ट में सार्वजनिक कंपनियों को शामिल नहीं किया गया है, यानी यह सिर्फ निजी कंपनियों की लिस्ट है.