भारतीय मूल अरबपति और ओसवाल ग्रुप के मालिक पंकज ओसवाल (Pankaj Oswal) की बेटी वसुंधरा ओसवाल (Vasundhara Oswal) को पिछले साल कंपनी के एक पूर्व कर्मचारी के अपहरण और हत्या के आरोप में युगांडा पुलिस ने हिरासत में रखा था.उन्हें करीब 3 सप्ताह तक हिरासत में रखने के बाद बीते साल 21 अक्टूबर को रिहा किया गया था. हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान अपनी आपबीती बताई और Yuganda Police पर मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाया. आइए जानते हैं वसुंधरा ओसवाल और किस मामले में वो हिरास में रहीं, इसके बारे में विस्तार से...
तीन हफ्ते वसुंधरा ने हिरासत में गुजारे
सबसे पहले बात कर लेते हैं 26 साल की वसुंधरा ओसवाल की हिरासत के बारे में, तो बता दें कि युगांडा पुलिस ने बीते साल 1 अक्टूबर 2024 को उन्हें आर्थिक अपराध और क्रिमिनल केस के आधार पर हिरासत में लिया था. उस समय जारी कुछ मीडिया रिपोर्टों और जारी वीडियो में बताया और दिखाया गया है कि वसुंधरा ओसवाल एक शेफ के अपहरण और उसकी हत्या के मामले से जुड़ी हो सकती हैं. लेकिन जिस पूर्व कर्मचारी की हत्या में उन्हें आरोपी बनाया गया था, वो तंजानिया में जीवित पाया गया. इसके बाद 21 अक्टूबर को वसुंधरा को जमानत दे दी गई.
'टॉयलेट जाने पर भी पाबंदी...'
शुक्रवार को पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में Vasundhra Oswal ने बताया कि युगांडा पुलिस ने मानवाधिकारों का उल्लंघन किया है. उन्होंने कहा कि हिरासत के दौरान उन्हें भोजन, पानी और यहां तक कि शौचालय तक जाने से रोका गया था. यही नहीं वसुंधरा के मुताबिक, उनके परिजनों को उनके लिए भोजन-पानी जैसी बुनियादी जरूरतों के लिए वकीलों के माध्यम से पुलिस अधिकारियों को रिश्वत तक देनी पड़ी. अरबपति कारोबारी की बेटी ने अपने हिरासत के दिनों को याद करते हुए बताया कि कथित रूप से जिस कर्मचारी की हत्या का आरोप लगाया गया था वो 10 अक्टूबर को जीवित पाया गया, फिर भी कई दिनों तक Yuganda Police ने उन्हें हिरासत में रखा.
ओसवाल ग्रुप में अहम जिम्मेदारी
वसुंधरा ओसवाल की प्रोफाइल पर गौर करें, तो इनका जन्म 1999 में हुआ था और इनका पालन पोषण भारत के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया और स्विटजरलैंड में हुआ है. वसुंधरा ने स्विस यूनिवर्सिटी से फाइनेंस में ग्रेजुएशन की डिग्री ली है. Vasundhara Oswal, ओसवाल ग्रुप ग्लोबल का हिस्सा प्रो-इंडस्ट्रीज की एग्जिक्युटिव डायरेक्टर हैं. कंपनी के वेबसाइट के मुताबिक, प्रो-इंडस्ट्रीज अफ्रीका की प्रमुख अत्याधुनिक इथेनॉल प्रोडक्शन फर्म है. खास बात ये है कि वसुंधरा ने अपनी ग्रेजुएशन के दौरान ही इसकी स्थापना की थी. इसके अलावा, Vasundhara को साल 2023 में ग्लोबल यूथ आइकॉन अवार्ड (Global Youth Icon Award) जैसे पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है.
बिना वारंट लिया गया था हिरासत में!
वसुंधरा ओसवाल के मुताबिक, युगांडा में ओसवाल ग्रुप के एक्स्ट्रा-न्यूट्रल अल्कोहल (ईएनए) प्लांट से 20 हथियारबंद लोगों ने हिरासत में लिया था, जिनके पास न तो कोई वारंट था और न ही आइडेंटिटी प्रूफ. बता दें कि उन्हें बीते 1 अक्टूबर 2024 को ही कथित तौर हिरासत में लिया गया था. इसके बाद पिता Pankaj Oswal ने बेटी को मनमाने ढंग से हिरासत में लिए जाने के खिलाफ यूनाइटेड नेशंस (UN) वर्किंग ग्रुप ऑन आर्बिटरी डिटेंशन (WGAD) के समक्ष एक अपील दायर करते हुए बिना किसी देरी के सुनवाई की मांग की थी.
ओसवाल फैमिली की ओर से उस समय की गई सोशल मीडिया (Social Media) पोस्ट में ये भी कहा गया था कि वसुंधरा खराब मानसिक स्थिति से गुजर रही है और उसे एंजाइटी अटैक भी आया है, जिस पर युगांडा के अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया है.