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एक्सपर्ट्स की राय, शेयर खरीदने का सबसे अच्छा मौका ‘बीता कल’, दूसरा अच्छा मौका ‘आज’!

अगर आप भी शेयर बाजार में निवेश करते हैं और लॉन्ग टर्म में अपने फाइनेंशियल गोल पूरा करने पर आपका ध्यान है, तो एक्सपर्ट्स का कहना है कि आपको शेयर बाजार की खबरों पर नहीं, बल्कि कंपनियों के परफॉर्मेंस पर ध्यान देना चाहिए.

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शेयर मार्केट में निवेश का दूसरा अच्छा मौका ‘आज’ (Photo : Getty)
शेयर मार्केट में निवेश का दूसरा अच्छा मौका ‘आज’ (Photo : Getty)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • शेयर बाजारों की FII पर निर्भरता घटी
  • देश में SIP की संख्या हुई 5 करोड़
  • फाइनेंशियल गोल को ध्यान में रखकर लें फैसला

शेयर बाजार की 2022 में क्या रहेगी चाल, कैसे निवेशक अपने निवेश पर मोटा मुनाफा कमा सकते हैं, बाजार में आ रहे उतार-चढ़ाव से क्या डरने की जरूरत है, इन सभी के बारे में  बिजनेस टुडे के Brainstorm Budget 2022 मंच पर कई एक्सपर्ट ने अपनी राय रखीं.

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दूसरा अच्छा मौका ‘आज’

इस बारे में मार्केट एक्सपर्ट अजय बग्गा से जब पूछा गया कि क्या ये शेयर बाजार में खरीद बढ़ाने का सही मौका है, तो उन्होंने कहा कि शेयर खरीदने का फैसला व्यक्तिगत होता है. शेयर खरीदने का सबसे अच्छा मौका हमेशा ‘बीता हुआ कल’ होता है. जबकि दूसरा अच्छा मौका ‘आज’ होता है. ऐसे में किसी भी निवेशक को अपने फाइनेंशियल गोल को ध्यान में रखकर एसेट एलोकेशन पर ध्यान देना चाहिए.

उन्होंने कहा कि देश में SIP के माध्यम से निवेश बढ़ा है. हम 5 करोड़ एसआईपी तक के आंकड़े पर पहुंच गए हैं और उन्हें उम्मीद है कि बहुत जल्द हम 20 करोड़ एसआईपी के आंकड़े को भी देखेंगे. घरेलू और रिटेल निवेशकों के शेयर बाजार में निवेश करने से भारतीय शेयर बाजारों की FII पर निर्भरता कम हुई है.
 
खबरें निवेशकों के लिए नहीं, ट्रेडर्स के लिए

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आनंद राठी वेल्थ मैनेजमेंट के डिप्टी सीईओ फिरोज अजीज ने भी इसी से मिलती जुलती राय रखी. उन्होंने कहा कि किसी भी निवेशक को शेयर बाजारों की खबरों से फर्क नहीं पड़ना चाहिए, क्योंकि खबरें निवेशकों के लिए नहीं बल्कि शेयर बाजार के ट्रेडर्स के लिए होती हैं. निवेशक को अपने फ्यूचर गोल को ध्यान में रखना चाहिए, उसके लिए महत्वपूर्ण ये है कि किसी कंपनी का बीते 10 साल का परफॉर्मेंस क्या है. 

उन्होंने भी घरेलू शेयर बाजार पर FII के खरीद-बिक्री का असर पहले से कम होने की बात कही. घरेलू शेयर बाजार में अगर FII की खरीद बढ़ती है तो बाजार चढ़ता है. 2011 में पूरे साल में मात्र 38 दिन ऐसे थे जब बाजार ने FII के इस एक्शन के अपोजिट रिएक्शन दिया था. जबकि 2021 में बाजार खुलने के कुल 241 दिन में से बाजार ने 109 दिन अपोजिट रिएक्शन दिया.

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