फोर्ब्स (Forbe's) ने भारतीय अरबपतियों की लिस्ट जारी की है और इसमें 25 नई शख्सियतों को शामिल किया गया है. Billionaires List में नई एंट्री लेने वाले रईसों में एक नाम रेणुका जगतियानी का भी है. Renuka Jagtiani देश के अमीरों की लिस्ट में 44वें पायदान पर हैं और इनकी नेटवर्थ करीब 5 अरब डॉलर आंकी गई है. रेणुका आज अरबपतियों की लिस्ट में शुमार हैं, जबकि एक समय था जब इनके पति लंदन की सड़कों पर कैब चलाया करते थे. आइए जानते हैं फोर्ब्स इंडियन बिलेनियर्स लिस्ट में लेटेस्ट एंट्री लेने वालीं इन अरबपति के बारे में...
लैंडमार्क ग्रुप CEO के पास इतनी संपत्ति
Forbe's Top 100 Indian Richest लिस्ट में रेणुका जगतियानी को 44वें पायदान पर शामिल किया गया है. रेणुका जगतियानी (Renuka Jagtiani) लैंडमार्क ग्रुप की सीईओ (Landmark Group CEO) हैं और उनकी संपत्ति 4.8 अरब डॉलर या करीब 40,000 करोड़ रुपये से ज्यादा आंकी गई है. लैंडमार्क ग्रुप का कारोबार कई देशों में फैला हुआ है. इसका मुख्यालय दुबई में है और इस कंपनी की स्थापना रेणुका ने अपने दिवंगत पति मिकी जगतियानी के साथ मिलकर की थी.
फोर्ब्स की 2024 रिच लिस्ट में शुमार रेणुका जगतियानी लैंडमार्क ग्रुप को आगे बढ़ाकर बुलंदियों पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है. बिजनेस सेक्टर में उनके काम को देखते हुए साल 2007 में आउटस्टैंडिंग एशियन बिजनेस वुमन ऑफ द ईयर और 2012 में बिजनेसवुमन ऑफ द ईयर जैसे पुरस्कारों से रेणुका को सम्मानित किया जा चुका है. आज अमीरों की लिस्ट में अपना दबदबा रखने वाली रेणुका जगतियानी की कहानी बेहद दिलचस्प है.
लंदन की सड़कों पर पति चलाते थे कैब
आज रेणुका भले ही भारतीय अमीरों की लिस्ट में ऊंचे मुकाम पर पहुंच गई हैं, लेकिन उन्होंने जिंदगी में कई बड़े उतार-चढ़ावों का सामना किया है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रेणुका के पति दिवंगत मिकी जगतियानी (Micky Jagtiani) कभी सड़कों पर कैब चलाकर अपने परिवार का गुजारा करते थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, मिकी 1970 के दशक में लंदन में एक कैब ड्राइवर थे और वहां से उन्होंने पहले बहरीन और फिर दुबई का रुख किया और एक बड़ा कारोबारी साम्राज्य खड़ा कर दिया, जिसे पत्नी रेणुका जगतियानी संभालती हैं.
लंदन में कैब सेवाएं देने वाले मिकी जगतियानी 1973 में अपने माता-पिता और भाई की अचानक मौत के बाद बहरीन चले गए, जहां उन्होंने अपने भाई की खिलौने की दुकान को संभालना शुरू कर दिया. करीब एक दशक तक उन्होंने बच्चों के खिलौनों की दुकान चलाई और परिवार पाला, इस बीच वे Toy's Outlets भी बढ़ाते गए और 10 सालों में 6 खिलौनों की दुकानें शुरू कर दीं. इसके बाद वे खाड़ी युद्ध खत्म होने के बाद दुबई (Dubai) पहुंच गए और वहां पर अपना लैंडमार्क ग्रुप (Landmark Group) शुरू किया.
पति की मौत के बाद बिजनेस संभाला
Landmark Group के जरिए मिकी जगतियानी ने मध्य पूर्व (Middle East) और दक्षिण पूर्व एशिया (South East Asia) में फैशन, इलेक्ट्रॉनिक्स, फर्नीचर समेत होटल बिजनेस में अपने कारोबार का विस्तार किया. पति की मौत के बाद रेणुका जगतियानी ने कारोबार संभालते हुए 1993 में लैंडमार्क ग्रुप में एंट्री ली थी. तीन बच्चों की मां रेणुका को 4.8 अरब डॉलर डॉलर की संपत्ति विरासत में मिली है. अब इस ग्रुप में Renuka Jagtiani चेयरपर्सन हैं और तीनों बच्चे आरती, निशा और राहुल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल हैं.
21 देशों में फैला लैंडमार्क का कारोबार
रेणुका के लैंडमार्क ग्रुप संभालते के बाद इसने तेजी से अपना कारोबार विस्तार किया और आज दुनिया के करीब 21 देशों में कंपनी के 2200 से अधिक स्टोर संचालित हो रहे हैं. पति से दुबई में मिले कारोबार को भारत में आगे बढ़ाने में भी रेणुका की अहम भूमिका रही. फोर्ब्स के मुताबिक, साल 1999 में उन्होंने लैंडमार्क ग्रुप के इंडियन बिजनेस को स्टार्ट किया और देश में अब कंपनी के 900 से ज्यादा स्टोर्स हैं. इसके साथ ही Landmark Group का होटल व्यवसाय भी तेजी से आगे बढ़ रहा है और रेणुका की दौलत में भी उसी तेजी से इजाफा हो रहा है.