अगर आप वर्क फ्रॉम होम (WFH) करते-करते पक गये हैं और कई तरह की दिक्कतों से जूझ रहे हैं तो आप इस मामले में अकेले नहीं हैं. दुनिया की दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला भी इससे परेशान हैं. उन्होंने कहा कि वर्क फ्रॉम होम से कई बार ऐसा लगता है जैसे नींद में ही काम कर रहे हों.
हालांकि, भारत में वर्क फ्रॉम होम की लोकप्रियता कम नहीं हो रही. बहुराष्ट्रीय कंपनी कोका कोला से जुड़ी हिंदुस्तान कोका कोला ने तो अपने कुछ सेक्शन के कर्मचारियों को हमेशा के लिए वर्क फ्रॉम होम करने की छूट दे दी है.
क्या कहा नडेला ने
माइक्रोसॉफ्ट के प्रमुख सत्या नडेला भी पिछले कई महीनों से वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं. वॉल स्ट्रीट जर्नल सीईओ कौंसिल में नडेला ने कहा कि ऑनलाइन मीटिंग से कर्मचारी काफी थक जाते हैं और उनके लिए काम और निजी जीवन के बीच तालमेल बनाना मुश्किल हो रहा है. ब्लूमबर्ग के मुताबिक उन्होंने कहा, 'जब आप वर्क फ्रॉम होम कर रहे हों, तो कई बार ऐसा लगता है जैसे काम करते समय सो रहे हों.'
उन्होंने कहा कि वर्चुअल मीटिंग खासकर नुकसानदेह है. आधे घंटे की वीडियो मीटिंग में ही व्यक्ति काफी थक जाता है क्योंकि इसमें काफी कॉन्सेंट्रेशन की जरूरत होती है.
हिंदुस्तान कोका कोला में हमेशा के लिए WFH
भारत में कंपनियों को लगता है कि वर्क फ्रॉम होम रास आ रहा है. कोका कोला समूह की कंपनी हिंदुस्तान कोका कोला बेवरेजेज ने अपने कर्मचारियों के लिए हमेशा के लिए वर्क फ्रॉम का विकल्प चुनने की सुविधा दी है. जाहिर है कि यह उन्हीं कर्मचारियों के लिए होगा जो ऑफिस में रहकर काम करते थे. सेल्स या प्रोडक्शन में लगे कर्मचारियों के लिए यह विकल्प नहीं होगा.
इसके लिए कंपनी ने कर्मचारियों को अतिरिक्त आर्थिक मदद की भी पेशकश की है. जैसे उन्हें इंटरनेट का खर्च, जरूरी आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए मदद दी जाएगी.