कोरोना महामारी की नई लहर के कारण वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (World Economic Forum) का सालाना शिखर सम्मेलन (WEF Summit) इस बार भी ऑनलाइन आयोजित हो रहा है. आज सोमवार से शुरू हो रहे इस पांच दिवसीय कार्यक्रम (WEF Davos Summit) में दुनिया भर के कई बड़े नेता, इकोनॉमिस्ट (Economist) और बिजनेसमैन (Businessman) हिस्सा लेंगे. दावोस एजेंडा शिखर सम्मेलन कार्यक्रम के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का खास संबोधन होगा.
दूसरी बार हो रहा है वर्चुअल आयोजन
यह लगातार दूसरा साल है, जब यह सालाना कार्यक्रम वर्चुअल तरीके से आयोजित हो रहा है. पिछले 50 साल से हो रहे इस सम्मेलन का आयोजन आम तौर पर स्विट्जरलैंड के रिसॉर्ट शहर दावोस में होता है. इस बार भी दावोस में ही आयोजन होने वाला था, लेकिन कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के सामने आने और दुनिया भर में नई लहर का प्रकोप फैल जाने के बाद ऑफलाइन आयोजन को टाल दिया गया. पिछले साल अगस्त में WEF की एक बैठक सिंगापुर में होने वाली थी. कोरोना के प्रकोप के चलते उसे भी रद्द करना पड़ गया था.
वर्ल्ड इकोनॉमी की इन चुनौतियों के बीच हो रहा कार्यक्रम
United Nations ने पिछले सप्ताह इकोनॉमिक ग्रोथ को लेकर नया पूर्वानुमान जारी किया. इसमें 2022 और 2023 के लिए इकोनॉमिक ग्रोथ के अनुमान को कम कर दिया गया. यूएन ने इसके लिए कोरोना को मुख्य कारण बताया. इसके अलावा लेबर मार्केट की चुनौतियां, सप्लाई चेन की दिक्कतें और कई दशक के उच्च स्तर पर पहुंची महंगाई को भी वजह माना गया. यूएन ने इन कारणों का हवाला देते हुए कहा कि वर्ल्ड इकोनॉमी की ग्रोथ रेट 2022 में 4 फीसदी और 2023 में 3.5 फीसदी रह सकती है. पिछले साल वर्ल्ड इकोनॉमी की ग्रोथ रेट 5.5 फीसदी रही, जो 4 दशक से ज्यादा समय की सबसे ऊंची दर है.
मोदी के अलावा ये ग्लोबल लीडर भी लेंगे हिस्सा
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के अनुसार, पीएम मोदी ‘विश्व के हालात (State Of The World)’ विषय पर शाम के 08:30 बजे वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित करेंगे. उनके बाद संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस (UN General Secretary Antonio Guterres) भी सम्मेलन को संबोधित करेंगे. पांच दिनों के इस कार्यक्रम में इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट, जापान के प्रधानमंत्री किशिदा फुमियो, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मोरिसन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी हिस्सा लेंगे.
इन मुद्दों पर चर्चा करेंगे ग्लोबल लीडर
यह आयोजन ऐसे समय हो रहा है, जब तीसरी लहर ने ग्लोबल इकोनॉमिक ग्रोथ (Global Economic Growth) पर फिर से संकट खड़ा कर दिया है. इसके अलावा जलवायु परिवर्तन जैसे वैश्विक मुद्दे पर भी चर्चा होने की संभावना है. इस कार्यक्रम में ग्लोबल लीडर दुनिया के सामने खड़ी चुनौतियों पर चर्चा करेंगे और इस बारे में अपनी राय बताएंगे कि इन समस्याओं को किस तरह से दूर किया जा सकता है.