केन्द्र सरकार ने जून के थोक मुद्रास्फीति आंकड़े बुधवार को जारी कर दिए. जून में ये पिछले महीने के मुकाबले नीचे रही है. हालांकि ये अभी भी इसमें डबल डिजिट ग्रोथ बनी हुई है.
जून में इतनी रही थोक महंगाई
थोक मुद्रास्फीति दर जून में 12.07% रही है. मई में ये दर 12.94% के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर थी. वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने थोक मूल्य सूचकांक (WPI) पर आधारित इससे जुड़े आंकड़े बुधवार को जारी किए.
अगर पिछले साल से तुलना की जाए तो जून 2020 में थोक महंगाई -1.81% थी. ऐसे में जून 2021 में थोक महंगाई दर भले मई के मुकाबले घटी हो, लेकिन बीते साल के लो-बेस इफेक्ट के बावजूद ये काफी ऊंचाई पर है.
तीसरे महीने डबल डिजिट में महंगाई
जून लगातार तीसरा महीना है जब थोक महंगाई दर डबल डिजिट में बनी हुई है. मई में ये 12.94% थी और अप्रैल 2021 में भी यह 10.74% थी.
मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि जून 2021 में महंगाई दर के ऊंचे बने रहने की बड़ी वजह बीते साल का लो-बेस इफेक्ट और WPI में प्राइमरी आर्टिकल्स, फ्यूल और पावर और मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स के इंडेक्स में बढ़ोत्तरी होना है.
बढ़े प्याज के दाम, घटी फूड आइटम्स की महंगाई
जून के महीने में प्याज के दामों में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई, लेकिन WPI के आंकड़े दिखाते हैं कि फूड आइटम्स की महंगाई दर जून 2021 में घटकर 3.09% रह गई जो मई में 4.31% थी.
इतना ही देश के अधिकतर शहरों में पेट्रोल के दाम जून में 100 रुपये प्रति लीटर के पार रहे. लेकिन सरकारी आंकड़ों के हिसाब से मई में फ्यूल एंड पावर सेगमेंट की थोक महंगाई दर 32.83% पर आ गई जो मई में 37.61% थी.
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