यस बैंक (Yes Bank) के निवेशकों के अच्छे दिन नजर आ रहे हैं. ऐसा हो भी क्यों ना आखिरबैंक के शेयर तूफानी तेजी से जो भागने लगे हैं. बीते कारोबारी दिन 22 अप्रैल को Yes Bank Share 5 फीसदी से ज्यादा की तेजी लेते हुए बंद हुए. लंबे समय तक गिरावट का सामना करने वाला ये स्टॉक बीते छह महीने 55 फीसदी तक उछला है. हालांकि, बीते कुछ दिनों में अचानक इस बैंकिंग शेयर के रॉकेट बनने के पीछे की वजह कई हैं.
कल 5% तो आज आया 3% का उछाल
सबसे पहले बात कर लेते हैं यस बैंक के शेयर (Yes Bank Share) की ताजा स्थिति के बारे में तो बता दें कि बीते कारोबारी दिन सोमवार को शेयर बाजार (Share Market) में तेजी के बीच ये बैंकिंग स्टॉक तूफानी तेजी के साथ ओपन हुआ था. यस बैंक का शेयर 24.15 रुपये के लेवल पर खुला था और दिन भर हरे निशान पर कारोबार करते हुए 25.35 रुपये के स्तर तक गया था. मार्केट क्लोज होने पर ये 5.43 फीसदी की जोरदार तेजी के साथ 25.25 रुपये के लेवल पर क्लोज हुआ था.
मंगलवार को भी शेयर की रफ्तार तेज रही और ये पिछले बंद की तुलना में बढ़त के साथ 25.50 रुपये पर ओपन हुआ. खबर लिखे जाने तक ये 3 फीसदी से ज्यादा के उछाल के साथ 26.50 रुपये के लेवल पर ट्रेड कर रहा था. यस बैंक के शेयर ने बीते पांच कारोबारी दिनों में 7.50 फीसदी का रिटर्न दिया है.
एक साल में 62% का रिटर्न दिया
Yes Bank के शेयरों में तेजी के चलते इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन भी बढ़ रहा है और ये 72550 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. गौरतलब है कि यस बैंक के शेयर का 52 वीक का हाई लेवल 32.85 रुपये और लो-लेवल 15.40 रुपये है. बीते छह महीने में जहां इस शेयर ने अपने निवेशकों को 55 फीसदी का रिटर्न दिया है, तो वहीं पिछले एक साल में यस बैंक के स्टॉक की कीमत में 62 फीसदी से ज्यादा का उछाल देखने को मिला है. इससे निवेशकों के चेहरे खिल गए हैं.
इन खबरों का दिखा शेयर पर असर
बात करें Yes Bank Stock में अचानक आई तेजी के बारे में, तो इसके पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं. बैंक को लेकर आई कुछ खबरों के बाद से ही इसके शेयर रॉकेट की रफ्तार से भाग रहे हैं. सोमवार को दुबई के एमिरेट्स एनबीडी द्वारा Yes Bank में मेजॉरिटी हिस्सेदारी खरीदे जाने की खबरें चर्चा में रहीं और इसका असर शेयर में तेजी के रूप में देखने को मिला. इससे अलावा यस बैंक के को-फाउंडर राणा कपूर (Rana Kapoor) को जमानत मिलने और मुंबई की एक विशेष अदालत द्वारा केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) पर की गई कड़ी टिप्पणी को भी शेयरों में तेजी के पीछे की वजह माना जा रहा है.
गौरतलब है कि राणा कपूर को बीते शुक्रवार को ही मुंबई की एक स्पेशल कोर्ट से जमानत मिली है. उन्हें पहली बार मार्च 2020 में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया था. मुंबई की एक विशेष अदालत ने बीते दिनों सुनवाई के बाद कहा था कि जिस तरह से केंद्रीय एजेंसी ने कर्ज देने का पूरा दोष राणा कपूर पर डाल दिया, उन्हें गिरफ्तार किया और चार साल तक जेल में रखा, वह सही नहीं था. अदालत ने कहा कि सबूतों के देखकर पहली नजर में संकेत मिलता है कि यस बैंक को इतना बड़ा नुकसान नहीं हुआ, जैसा कि सीबीआई के आरोप पत्र में बताया गया है.
(नोट- शेयर बाजार में किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)