ZEE एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड के शेयरों (ZEE Entertainment Share Price) में भारी गिरावट हुई है. मंगलवार को बाजार खुलने के बाद एक के बाद एक इसमें कई लोअर सर्किट देखने को मिले. शुक्रवार को इसके शेयर 231.75 रुपये पर क्लोज हुए थे, लेकिन मंगलवार को यह 29.98 फीसदी गिरकर 162.25 रुपये के 52 वीक के निचले स्तर पर पहुंच गया. जी एंटरटेनमेंट के शेयरों (ZEE Entertainment Share Down) में इतनी बड़ी गिरावट सोनी के साथ डील टूटने के बाद आई है.
बीएसई स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में ZEE ने कहा कि कई विचार-विमर्श करने के बावजूद दोनों शर्तों पर आम सहमति पर पहुंचने में विफल रहे, जिसके लिए MCA की शर्तों के तहत ZEE और Culver Max, BEPL दोनों की ओर से कार्रवाई की आवश्यकता थी.
आज 208 रुपये से टूटा शेयर
मंगलवार को ZEE एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड के शेयर (ZEE Entertainment Share) 208 रुपये के भाव पर खुले थे, लेकिन लगातार लोअर सर्किट (ZEE Entertainment Share Lower Circuit) के बाद यह 162 रुपये प्रति शेयर 52 वीक के लो पर चला गया. इसके 52वीक का हाई लेवल 299.70 रुपये प्रति शेयर है. वहीं कंपनी का मार्केट कैप 1.62 खरब रुपये हो चुका है. एक महीने में यह स्टॉक 36 फीसदी से ज्यादा गिरा है.
10 अरब डॉलर की मर्जर डील टूटी
दो साल से चल रही सोनी ग्रुप और जी एंटरटेनमेंट के बीच 10 अरब डॉलर की मर्जर डील (Zee-Sony Merger Deal) 22 जनवरी 2024 यानी कल टूट गई. डील समाप्त होने की जानकारी सोनी ने जी एंटरटेनमेंट को टर्मिनेशन लेटर भेजकर दी. जी एंटरटेंनमेंट इंटरप्राइजेज के सीईओ और एमडी पुनीत गोयनका (Punit Goenka) को ये खबर तब मिली, जबकि वे राम मंदिर उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए अयोध्या में थे.
Zee ने कानूनी कार्रवाई के दिए संकेत
जापानी दिग्गज सोनी की ओर से इस मर्जर को रद्द करने के बाद अब Zee ने कानूनी कार्रवाई करने का संकेत भी दिया है. सोनी कॉर्प की ओर से बताया गया है कि वह जी एंटरटेनमेंट से 90 मिलियन डॉलर या करीब 748 करोड़ रुपये से ज्यादा की टर्मिनेशन फीस मांग कर रही है, क्योंकि कंपनी ने समझौते की शर्तों का उल्लंघन किया है. वहीं Zee का कहना है कि किसी भी शर्तों का उल्लघंन नहीं किया गया है.
जी एंटरटेनमेंट शेयर प्राइस टारगेट
मोतीलाल ओसवाल ने शेयर को डाउनग्रेड करके 'न्यूट्रल' कर दिया और 200 रुपये का लक्ष्य का संकेत दिया है. इस ब्रोकरेज का मानना है कि निकट समय में ZEE की कमाई में सुधार की संभावना नहीं है क्योंकि यह अनिश्चित बना हुआ है कि ZEE आगे क्या रास्ता अपनाएगा? साथ ही इसने जी के लिए लॉन्ग टाइम निवेश बताया है. वहीं सीएलएसए ने ZEE पर अपना मूल्य लक्ष्य पहले के 300 रुपये से घटाकर 198 रुपये कर दिया. वहीं एलारा ने इसे 340 से घटाकर 170 रुपये प्रति शेयर का टारगेट रखा है.
(नोट- शेयर बाजार में किसी भी निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)