ब्रोकरेज फर्म जेरोधा (Zerodha) को लेकर एक नए तरह की ठगी का मामला सामने आया है. स्कैमर्स अब निवेशकों से ठगी करने की कोशिश में लगे हैं. जेरोधा के को-फाउंडर नितिन कामथ (Nitin Kamath) ने एक ऐसे ही स्कैम को लेकर सचेत किया है. उन्होंने ने बताया कि इनाम के नाम पर स्कैमर निवेशकों से ठगी करने का प्रयास कर रहे हैं.
नितिन कामथ (Nithin Kamath) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि नए तरीके का घोटाला सामने आया है. जहां एक स्कैमर ने Zerodha का फर्जी कर्मचारी बनकर ग्राहक से मिला और उससे लाखों रुपये ठगी करने का प्रयास किया. स्कैमर ने जेरोधा की फर्जी एम्प्लॉई आईडी (Fake Employee ID) बनाई और जेरोधा के कस्टमर से मिला. उसने ग्राहक को 5 करोड़ रुपये इनाम (5 Crore Prize) जीतने का लालच दिया और कहा कि इसके लिए आपको 1.8 लाख रुपये का पंजीकरण शुल्क देना होगा. स्कैमर ने ग्राहक को विश्वास दिलाने के लिए फर्जी बैंक स्टेटमेंट भी दिखाए.
जेरोधा के फाउंडर ने भी दी जानकारी
नितिन कामथ ने बताया कि राहत की बात रही कि ग्राहक ने पैसे का भुगतान नहीं किया और जेरोधा से जांच करने के को कहा है, ताकि हर कोई सतर्क रहे.वहीं जेरोधा के फाउंडर निखिल कामथ ने भी इसी मामले को लेकर लिंक्डइन पर पोस्ट किया और ग्राहकों से इस तरह के स्कैम के प्रति सावधान रहने को कहा. निवेशकों को सावधान करते हुए कामथ ने कहा कि इन दिनों कुछ लोग फर्जी क्लोन ऐप्स की मदद से ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के स्टेटमेंट, लेजर और बैंक अकाउंट के वीडियो बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये लोग फर्जी स्क्रीनशॉट के साथ वीडियो दिखाते हैं.
कैसे की गई धोखाधड़ी की कोशिश?
जेरोधा के संस्थापक निखिल कामथ ने कहा कि Scammer ने ग्राहक से रजिस्ट्रेशन फीस के तौर पर 1.8 लाख रुपये जमा करने को कहा, जिसे जमा करने के बाद उन्हें 5 करोड़ रुपये देने का वादा किया. ग्राहक को विश्वास दिलाने के लिए, उन्होंने जेरोधा के फर्जी बैंक स्टेटमेंट दिखाए. इसमें दो बैंकों में 10 करोड़ रुपये का बैलेंस दिखाया गया था, लेकिन ग्राहक ने पैसे ट्रांसफर करने से पहले तुरंत जेरोधा से संपर्क किया. इसके बाद वह धोखाधडी से बच गया. उन्होंने ग्राहकों से कहा कि आपको ऐसे क्लोन ऐप्स से सावधान होने की आवश्यकता है.
स्कैमर्स हर दिन अपना रहे नए पैंतरे
गौरतलब है कि स्कैमर लोगों के साथ फ्रॉड करने के लिए तरह-तरह के पैंतरे अजमा रहे हैं. क्रेडिट कार्ड से लेकर डेबिट कार्ड और ऑनलाइन फ्रॉड से जुड़े कई मामले सामने आए हैं. नितिन कामथ ने एक्स पर लिखते हुए कहा कि जैसे-जैसे एआई उपकरण अधिक सुलभ होते जाएंगे, जालसाजी की यह समस्या और भी बदतर होती जाएगी. उन्होंने कहा कि लोगों को बस सतर्क रहने की आवश्यकता है.