फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो (Zomato) के हालात सुधरते दिखाई नहीं दे रहे हैं. इसके शेयरों (Stocks) में गिरावट का सिलसिला लगातार जारी है. सोमवार को भी बाजार खुलने के साथ ही शेयरों की कीमत रिकॉर्ड निचले स्तर (Record Low) पर पहुंच गई. सुबह 9.45 बजे तक शेयर 14 फीसदी तक टूट गए थे.
2021 में हुई थी जबर्दस्त लिस्टिंग
बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, Zomato के शेयर 23 जुलाई 2021 को शेयर बाजार में लिस्ट हुए थे. इसका इश्यू प्राइस (Isue Price) 76 रुपये तय किया गया था. BSE और NSE पर इसके शेयरों की लिस्टिंग 51 फीसदी से ज्यादा प्रीमियम पर 115 रुपये पर हुई थी. नवंबर 2021 में शेयर 52 हफ्ते के उच्च स्तर 169 रुपये पर पहुंच गए. लेकिन इसके बाद जो गिरावट शुरू हुई, उससे कंपनी हाल-फिलहाल उबरती नहीं दिख रही है.
अब टूटकर यहां पहुंची कीमत
अपने लाइफ-टाइम हाई को छूने के बाद जोमैटो के शेयरों ने गिरने की भी जबर्दस्त रफ्तार पकड़ी और निवेशकों के पसीने छूट गए. बीते कुछ समय से इसके शेयर ऑल टाइम लो का नया रिकॉर्ड बनाता जा रहा है. सोमवार को यह 14 फीसदी टूटकर 46 रुपये के स्तर पर पहुंच गया, जो अब तक का सबसे निचला स्तर है.
Stocks में गिरावट के बड़े कारण
जोमैटो के शेयरों में जारी गिरावट के कारणों पर नजर डालें तो एक बड़ी वजह प्री-IPO शेयरधारकों का एक साल का लॉक-इन पीरियड खत्म होना है. इसके अलावा हाल ही में ब्लिंकिट (Blinkit) के साथ किया गया कंपनी का सौदा भी निवेशकों को रास नहीं आ रहा है. इस डील की मंजूरी के बाद से भी कंपनी के शेयर दबाव में हैं और लगातार टूट रहे हैं.
जोमैटो में उबर की 8% हिस्सेदारी
जोमैटो में Uber BV की लगभग 8 फीसदी हिस्सेदारी है. इसके अलावा Alipay की 7 फीसदी, एंटफिन सिंगापुर होल्डिंग की 7 फीसदी, जबकि इंटरनेट फंड VI, साइंस ग्रोथ इंवेस्टमेंट्स II, D1 कैपिटल पार्टनर्स मास्टर एलपी, मैक्रिची इन्वेस्टमेंट्स, ड्यूनर्न इंवेस्टमेंट्स (मॉरीशस), कोरा इंवेस्टमेंट्स I एलएलसी और फूडटेक कंपनी डिलीवरी हीरो जैसी संस्थाओं की भी Zomato में 1 फीसदी से अधिक की हिस्सेदारी है.