फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म Zomato के शेयरों (Share) आई बीते दिनों से जारी सुनामी ने निवेशकों की पसीने छुड़ा दिए, तो कंपनी बोर्ड को भी सोचने पर मजबूर कर दिया. हाल ये है कि बीते दो दिनों सोमवार और मंगलवार को ही शेयर 21 फीसदी टूट चुके हैं. ऐसे में बोर्ड ने आनन-फानन में ऐसा कदम उठाया कि Stocks में गिरावट पर झट से ब्रेक लग गया.
4.66 करोड़ शेयर बांटेगी जोमैटो
दरअसल, शेयरों में गिरावट को थामने के लिए कंपनी ने एंप्लॉयी स्टॉक ऑप्शन प्लान (ESOP) चुना है. इसके तहत Zomato की नॉमिनेशन एंड रेमुनरेशन कमिटी ने 4,65,51,600 इक्विटी शेयरों को स्टॉक ऑप्शन के तहत कर्मचारियों को देने के फैसले को मुहर लगा दी. कंपनी अब अपने कर्मचारियों को 1-1 रुपये में 4.66 करोड़ शेयर बांटेगी. कंपनियां घाटे में चलने के बावजूद अपने टॉप एग्जीक्यूटिव्स को ESOP बांटती हैं.
193 करोड़ होती है शेयरों की कीमत
Zomato की ओर से मंगलवार को शेयर बाजारों (Stock Markets) को दी गई जानकारी में बताया गया कि बोर्ड ने इस फैसले को मंजूरी दे दी है. कर्मचारियों में बांटे जाने वाले जोमैटो के शेयरों को मौजूदा रेट के हिसाब से देखें तो इनकी कीमत 193 करोड़ रुपये होती है. बोर्ड के ESOP प्लान को मंजूरी देने की खबर का बड़ा असर भी दिखाई दिया और बुधवार को दोपहर 3 बजे तक कंपनी के शेयर 5 फीसदी से ज्यादा उछलकर 43.85 रुपये पर पहुंच गए.
बिकवाली की पहले से थी आशंका
जोमैटो के शेयरों में गिरावट पर नजर डालें तो सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को यह 14 फीसदी तक टूट गया था, जबकि मंगलवार को इसमें 12 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई थी. इस गिरावट के चलते कंपनी के शेयरों की कीमत 41 रुपये पर पहुंच गई थी. विशेषज्ञों ने पहले ही आशंका जताई थी कि एक साल का लॉकइन पीरियड (Lock-in Period) खत्म होने के बाद शेयरों में तेज बिकवाली देखने को मिलेगी और हुआ भी ऐसा ही.
Blinkit डील के बाद बुरा हाल
Zomato और हाल ही में 4,447 करोड़ रुपये में पहले ग्रोफर्स के नाम से जानी जाने वाली कैश-स्ट्रैप्ड क्विक कॉमर्स कंपनी Blinkit का अधिग्रहण किया था. लेकिन इस सौदे के बाद से ही जोमैटो के शेयरों पर दबाव देखने को मिल रहा है. इसके बाद से ही शेयरों में शुरू हुई तेज गिरावट थमती हुई नजर नहीं आ रही है.
115 रुपये पर हुई थी लिस्टिंग
बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, Zomato के शेयर 23 जुलाई 2021 को शेयर बाजार में लिस्ट हुए थे. इसका इश्यू प्राइस (Isue Price) 76 रुपये तय किया गया था. BSE और NSE पर इसके शेयरों की लिस्टिंग 51 फीसदी से ज्यादा प्रीमियम पर 115 रुपये पर हुई थी. नवंबर 2021 में शेयर 52 हफ्ते के उच्च स्तर 169 रुपये पर पहुंच गए. लेकिन, इसके बाद जो गिरावट शुरू हुई, उससे कंपनी हाल-फिलहाल उबरती नहीं दिख रही है.