प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख अमेरिकी कंपनी एप्पल इतिहास की सबसे कीमती सार्वजनिक कंपनी बन गई है. इसकी बाजार कीमत सोमवार को दिन के कारोबार में माइक्रोसॉफ्ट के 618.9 अरब डॉलर के रिकॉर्ड को पछाड़ते हुए 623 अरब डॉलर हो गई.
सीएनएनमनी ने एसएंडपी के वरिष्ठ सूचकांक विश्लेषक हॉरवर्ड सिल्वरब्लैट के हवाले से कहा है कि एप्पल की बाजार कीमत सोमवार को, माइक्रोसॉफ्ट द्वारा 30 दिसम्बर, 1999 को दर्ज कराए गए रिकॉर्ड से भी ऊपर पहुंच गई. इसके शेयरों की कीमत बढ़कर 664.74 डॉलर प्रति शेयर हो गई.
सितम्बर में नए आईफोन की लांचिंग की सम्भावना, और एक छोटे आईपैड तथा अधिक खूबियों वाले एप्पल टीवी की लांचिग की खबरों से हाल के सप्ताहों में एप्पल के शेयर तेजी के साथ ऊपर पहुंच गए.
सीएनएनमनी ने कहा है कि एक ऐसी कम्पनी के लिए यह एक चकित करने वाली उपलब्धि है, जो 1990 के दशक में उस समय संघर्ष कर रही थी, जब माइक्रोसॉफ्ट रिकॉर्ड बना रही थी.
एप्पल की कीमत 2004 में 10 अरब डॉलर से भी कम आंकी गई थी, और अभी तीन वर्ष पहले इसकी कीमत 100 अरब डॉलर आकी गई थी. लेकिन 2007 से एप्पल निर्बाध गति से आगे बढ़ रही है.
यह खबर देखने के लिए हालांकि इस कंपनी के सह संस्थापकों में से एक स्टीव जॉब्स की इसी साल मौत हो गई.