कोरोना संकट की वजह से छोटे उद्योग के साथ-साथ बड़े उद्योग भी तबाह हो गए हैं. पिछले दिनों दुनिया भर में कोरोना की वजह से आर्थिक गतिविधियां थम गईं. इस महामारी का सबसे ज्यादा असर ऑटोमोबाइल्स सेक्टर पर पड़ा है.
जर्मनी की मशहूर लग्जरी कार निर्माता कंपनी बीएमडब्ल्यू (BMW) को भी कोरोना संकट की वजह से बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है. साल 2009 की आर्थिक मंदी के बाद यह पहला मौका है, जब कंपनी को किसी वित्त वर्ष की पहली तिमाही में घाटा हुआ है.
कोरोना की वजह से BMW की बिक्री बुरी तरीके से प्रभावित हुई. कंपनी को पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के बीच 787 मिलियन डॉलर यानी 5892 करोड़ रुपये का बड़ा घाटा हुआ है. कंपनी को यह रकम ब्याज और टैक्स के रूप में चुकानी पड़ी है.
दरअसल, कोरोना की वजह से यूपोपियन देशों के बाजार बंद थे, और अब उसका BMW की बिक्री पर पड़ा है. लॉकडाउन की वजह से BMW अलावा दूसरी ऑटो कंपनियों को भी नुकसान हुआ है.
वॉक्सवैगन (Volkswagen) को 21,266 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. वहीं फ्रांस की ऑटोमोबाइल कंपनी रेनॉ को 64,377 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है.
BMW के लिए चीन एक बड़ा बाजार है और पहली तिमाही में यहां बिक्री बढ़ी है. क्योंकि चीन में कोरोना के मामले अब काबू में हैं. BMW इस साल से चीन में iX3 इलेक्ट्रिक कार का प्रोडक्शन करेगा और सबसे पहले इस कार की बिक्री चीन में ही होगी.