सुमन एक उदाहरण देकर इस काम को समझाते हैं. वह कहते हैं, ''मान लीजिए कोई शॉपिंग पोर्टल है. उस शॉपिंग पोर्टल के लिए कंटेंट मॉडरेशन का काम करने वाले ये सुनिश्चित करेंगे कि साइट पर कोई नकली उत्पाद न बिके. अगर ऐसा होता है, तो मॉडरेटर्स उनका पता लगाते हैं और उन्हें आगे ऐसा करने से रोकते भी हैं.''