पहले से संकट में घिरा ऑटो सेक्टर को कोरोना वायरस ने तगड़ा झटका दिया है. देशभर में लॉकडाउन की वजह से सभी शोरूम बंद हैं. कई प्लांटों में काम भी रोक दिया गया है. ऐसे में उन वाहनों का क्या होगा, जिन्हें बेचने के लिए 31 मार्च अंतिम तारीख है. (Photo: File)
दरअसल, कोरोना वायरस की वजह से ऑटो इंडस्ट्री को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. एक तो पहले से ही बिक्री का ग्राफ काफी नीचे है और ऊपर से अब सभी शोरूम बंद पड़े हैं. ऐसे में इस सेक्टर के लिए फिलहाल सबसे बड़ी चुनौती यह है कि बीएस-4 वाहनों के स्टॉक को कैसे निकाले. (Photo: File)
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक 31 मार्च 2020 के बाद बीएस-4 गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन नहीं होगा. लेकिन डीलर्स के पास बड़ी संख्या में BS-4 टू-व्हीलर और फोर-व्हीलर के स्टॉक हैं. (Photo: File)
कार-बाइक डीलर्स को उम्मीद थी कि जो भी स्टॉक पड़े हैं, उसे 31 मार्च तक बेच दिए जाएंगे, इसके लिए बकायदा डीलर्स की तरफ से BS-4 गाड़ियों पर ऑफर दिए जा रहे थे. लेकिन कोरोना संकट की वजह से शोरूम को बंद करना पड़ गया है. (Photo: File)
कई डीलर्स की मानें तो पिछले 15 दिन पहले से ही लोग कोरोना वायरस की वजह से शोरूम तक नहीं पहुंच रहे थे. ऐसे में स्टॉक में पड़े कार और बाइक का वो 31 मार्च के बाद क्या करेंगे. क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक 31 मार्च के बाद उसे बेच नहीं सकते. (Photo: File)
हालांकि लॉकडाउन से पहले फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल्स डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और BS-IV वाहनों की बिक्री मई अंत तक जारी रखने की गुहार लगाई. लेकिन अभी तक कोई राहत नहीं मिली है. (Photo: File)
ऐसे में अब बीएस-4 गाड़ियों की बिक्री के लिए 5 दिन का वक्त बचा है और देशभर में लॉकडाउन घोषित है. अगर सुप्रीम कोर्ट छूट नहीं मिलती है तो ऑटो कंपनियां BS-4 गाड़ियां का क्या करेंगी. हफ्ते भर पहले FADA के मुताबिक देश भर में 8.35 लाख टू-व्हीलर्स का स्टॉक हैं. जिसमें से करीब 4,600 करोड़ BS-IV टू-व्हीलर बिकना बाकी है. (Photo: File)
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आगामी 1 अप्रैल से बीएस-6 को अनिवार्य कर दिया गया है. इस मानक की गाड़ी से प्रदूषण बेहद कम होने की उम्मीद है. (Photo: File)