यस बैंक का फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) आज यानी 15 जुलाई को ओपन हो गया है. इस FPO के जरिये बैंक 15 हजार करोड़ रुपये जुटाने जा रहा है. निवेशकों के लिए YES BANK का एफपीओ 17 जुलाई तक खुला रहेगा. एक आम निवेशक भी FPO के जरिये यस बैंक में निवेश कर सकता है. लेकिन क्या निवेश करना फायदे का सौदा रहेगा? क्योंकि पिछले दिनों यस बैंक में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला था. (Photo: File)
इंडिया टुडे हिंदी के एडिटर अंशुमान तिवारी का कहना है कि रिटेल निवेशकों को उत्साहित होकर यस बैंक के FPO में पैसा नहीं लगाना चाहिए. क्योंकि बैंक में अभी भी एनपीए समेत कई समस्याएं हैं. उन्होंने कहा कि निवेशक को लिस्टिंग तक इंतजार करना चाहिए. फिलहाल बहुत अच्छे रिस्पांस की उम्मीद नहीं है. (Photo: File)
रुद्र शेयर्स ऐंड स्टॉक ब्रोकर्स के एमडी सुनील बंसल की मानें तो मौजूदा हालत को देखते हुए छोटे निवेशकों के लिए यस बैंक के एफपीओ में पैसा लगाना सही नहीं है. क्योंकि पिछले दिनों बैंक से जुड़े जो मामले सामने आए थे, उसने निवेशकों को झटका लगा है. फिलहाल ऐसी संभावना नहीं है कि यस बैंक के शेयर तेजी से भागने लगेंगे. (Photo: File)
वहीं मार्केट एक्सपर्ट सचिन सर्वदे ने भी यस बैंक की फाइनेंशियल सेहत पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि यस बैंक के एफपीओ में निवेश फायदे का सौदा साबित नहीं होगा. उन्होंने कहा कि इस बैंक को किसी तरह बचाया जा रहा है, और एक बात ये भी तय है कि यस बैंक के शेयर पुराने रंग में नहीं दिखेंगे. (Photo: File)
सचिन के मुताबिक जो भी शेयर ऑल टाइम हाई से 90 फीसदी तक टूट जाते हैं, उनसे रिटेल निवेशकों को बचना चाहिए. आपको बता दें कि यस बैंक के शेयर भी 90 फीसदी से ज्यादा टूट चुके हैं. (Photo: File)
दरअसल, यस बैंक के इस ऑफर का फ्लोर प्राइस 12 रुपये प्रति शेयर तय हुआ है, एफपीओ के लिए अधिकतम दर 13 रुपये प्रति शेयर होगी. इस तरह 2 रुपये के शेयर के लिए फ्लोर प्राइस 6 गुना और कैप प्राइस 6.5 गुना रखी गई है. (Photo: File)
एक आम आदमी भी 15 जुलाई से 17 जुलाई के बीच यस बैंक के FPO के लिए अप्लाई कर सकता है. कम से कम 1000 शेयर के लिए आवेदन करने होंगे, यानी एक लॉट में 1000 शेयर होंगे. यानी कम से कम 12 हजार रुपये निवेश करने होंगे. (Photo: File)
यस बैंक के कर्मचारी रिजर्व हिस्से से FPO खरीद सकते हैं. बैंक के कर्मचारियों को 1 रुपया प्रति शेयर छूट दी जाएगी. यस बैंक के कर्मचारियों के लिए 200 करोड़ रुपये का हिस्सा रिजर्व के तौर पर रखा गया है. भारतीय स्टेट बैंक यस बैंक में एफपीओ के जरिये 1760 करोड़ रुपये का निवेश करेगा. इस FPO में एंकर इनवेस्टर कंपोनेंट 4500 करोड़ रुपये का होगा. (Photo: File)
एफपीओ के बारे में
कोई कंपनी शेयर बाजार में आईपीओ लाने के बाद लिस्टेड होती है. उसके बाद कंपनी पूंजी जुटाने के लिए एफपीओ लेकर आती है. IPO और FPO के जरिये कंपनी निवेशकों को शेयर जारी करती है. अक्सर एफपीओ के माध्यम से कंपनी अपने कारोबार के विस्तार के लिए पूंजी जुटाने का काम करती है. सामान्य तौर पर एफपीओ में शेयर की कीमत मौजूदा भाव से कम रखी जाती है. आईपीओ की तरह से एफपीओ में आम नागरिक शेयर खरीद सकते हैं. (Photo: File)