फोर्ब्स की भारतीय अमीरों की सालाना सूची के अनुसार, मुकेश अंबानी की कुल परिसंपत्तियां 22.6 अरब डॉलर की हैं. खास बात यह है कि पिछले एक साल में मुकेश की परिसंपत्तियों में 4.4 अरब डॉलर की गिरावट आई है, उसके बावजूद वह शीर्ष स्थान पर बने हुए हैं.
विश्व के अमीर भारतीयों की सूची में मुकेश के बाद स्टील किंग उद्यमी आर्सेलरमित्तल के लक्ष्मी निवास मित्तल दूसरे नंबर पर रहे. मित्तल की कुल परिसंपत्तियां 19.2 अरब डॉलर की हैं.
आईटी कंपनी विप्रो के अजीम प्रेमजी तीसरे पायदान पर रहे. प्रेमजी की परिसंपत्तियां 13 अरब डॉलर आंकी गई हैं.
एस्सार ग्रुप के शशि व रवि रूइया 10.2 अरब डॉलर के साथ चौथे स्थान पर हैं.
पांचवा स्थान और देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल हैं. जिंदल स्टील की मालकिन की परिसंपत्ति 9.5 अरब डॉलर आंकी गई है.
भारती एयरटेल के सुनील मित्तल 8.8 अरब डॉलर के साथ छठे स्थान पर हैं.
अदाणी ग्रुप के गौतम अदाणी 8.2 अरब डॉलर परिसंपत्ति के साथ सातवें स्थान पर हैं.
आदित्य बिरला ग्रुप के कुमार मंगलम बिड़ला 7.7 अरब डॉलर के साथ आठवें स्थान पर हैं.
7.6 अरब डॉलर के साथ शापूरजी पालोनजी के पालोनजी मिस्त्री को मिला है नौंवा स्थान.
गोदरेज समूह के आदि गोदरेज 6.8 अरब डॉलर के साथ दसवें स्थान पर हैं.
सन फार्मा के दिलीप सांघवी 6.7 अरब डॉलर के साथ 11वें स्थान पर हैं.
डीएलएफ के कुशलपाल सिंह की परिसंपत्ति 6.5 अरब डॉलर है और उन्हें 12वां स्थान मिला है.
अनिल अंबानी की परिसंपत्तियां एक साल में 7.4 अरब डॉलर घटकर 5.9 अरब डॉलर रह गईं. 2004 में इस सूची में शामिल होने के बाद पहली बार छोटे अंबानी शीर्ष दस की सूची से बाहर हुए हैं. इस साल वह सूची में 13वें स्थान पर हैं.
एचसीएल के सीईओ शिव नदार अपनी 4.6 अरब डॉलर परिसंपत्ति के साथ 14वें स्थान पर हैं.
कोटक महिंद्रा बैंक के उदय कोटक 3.6 अरब डॉलर की परिसंपत्ति के साथ 15वें स्थान पर हैं.
वेदांता रिसोर्स कॉरपोरेशन के अनिल अग्रवाल 3.5 अरब डॉलर की परिसंपत्ति के साथ इस सूची में 16वें स्थान पर हैं.
रेनबैक्सी के मालविंदर और शिविंदर सिंह 3.2 अरब डॉलर की परिसंपत्ति के साथ इस सूची में 17वें स्थान पर हैं.