कोरोना के कहर से मिल रही आर्थिक चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषणा किए गए 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज के तहत वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को किसानों और श्रमिकों के लिए उपायों की घोषणा की. (Photo: File)
वित्त मंत्री ने कहा कि कोरोना संकट के बीच पिछले दो महीने में किसानों को मदद देने के लिए 25 लाख नए किसान क्रेडिट कार्ड को मंजूरी दी गई है. उन्होंने कहा कि कुल 2.5 करोड़ किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए मदद दी जाएगी. वित्त मंत्री ने इस स्कीम से अब मछुआरे और पशुपालकों को भी जोड़ने का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार ने 2 लाख करोड़ रुपये की क्रेडिट स्कीम लॉन्च की है. (Photo: File)
वित्त मंत्री ने बताया कि 25 लाख नए क्रेडिट कार्ड पर 25 हजार करोड़ रुपये तक का कर्ज मिलेगा. सबसे खास बात यह है कि अब पशुपालन और मछलीपालन से जुड़े लोगों को भी केसीसी के जरिए 2 लाख रुपये तक लोन 4 फीसदी की ब्याज दर पर मिलेगा. (Photo: File)
किसान क्रेडिट कार्ड (KCC)योजना की शुरुआत 1998 में हुई थी. इसके जरिये किसानों को जरूरत के अनुसार आसानी से खेती के लिए लोन मिल जाता है. इस क्रेडिट कार्ड की रकम से किसान अपने कृषि से संबंधित सामान खाद, बीज, कीटनाशक खरीद कर सकते हैं. (Photo: File)
किसान क्रेडिट कार्ड से किसानों को 4 फीसदी ब्याज दर पर लोन मिलता है. वैसे तो खेती के लिए लोन करीब 9 फीसदी ब्याज दर के हिसाब से मिलता है. लेकिन किसानों को सरकार दो फीसदी की सब्सिडी देती है, और वक्त पर KCC का पेमेंट करने से 3 फीसदी की अतिरिक्त छूट मिलती है. जिससे किसानों को ब्याज दर 4 फीसदी बैठता है. (Photo: File)
किसान क्रेडिट कार्ड किसानों को खेती के लिए दिया जाता है. इसके लिए किसान को अपनी जमीन होनी चाहिए. किसान जमीन को बिना गिरवी रखे 1.60 लाख रुपये का क्रेडिट कार्ड पर लोन ले सकता है. KCC पांच साल तक के लिए वैध होता है. किसान KCC को किसी भी को-ऑपरेटिव बैंक, ग्रामीण या पब्लिक सेक्टर बैंक से बनवा सकते हैं. (Photo: File)