1 जुलाई को पूरे देश में एक देश-एक कर के लक्ष्य वाला जीएसटी लागू हो गया है. संसद के केन्द्रीय कक्ष में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घंटा बजाये जाने के साथ लागू हो गया.
प्रधानमंत्री ने इस महत्वपूर्ण कर सुधार की तुलना आजादी से की. उन्होंने कहा कि यह देश के आर्थिक एकीकरण में महत्वपूर्ण उपलब्धि है.
उन्होंने जीएसटी को गुड एंड सिंपल टैक्स बताया. साथ ही उन्होंने कहा कि ये केवल एक पार्टी की नहीं हम सबकी विरासत है.
राष्ट्रपति ने कहा कि विभिन्न राजनीतिक दायरे के लोगों द्वारा किया गया प्रयास है जिन्होंने दलगत राजनीति को परे रखते हुए राष्ट्र को आगे रखा. उन्होंने कहा कि यह भारत के लोकतंत्र की परिपक्वता और बुद्धिमत्ता का सम्मान है.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जीएसटी लागू होने की लंबी यात्रा का उल्लेख करते हुए इसमें शामिल सभी लोगों का आभार व्यक्त किया. उन्होंने उम्मीद जताई कि जीएसटी लागू होने से दीर्घकाल में महंगाई पर लगाम लगेगी.
लांचिंग में टाटा सहित 1000 से ज्यादा वीआईपी मौजूद थें. पर जीएसटी के ब्रांड एम्बेसडर अमिताभ बच्चन नहीं दिखें.
आपको बता दें कि आजादी के बाद पहली बार संसद में किसी बड़े कार्यक्रम से कांग्रेस पूरी तरह गायब रहीं.
जीएसटी में टैक्स के चार स्लैब 5, 12 18 और 28 फीसदी रहंगें. अनाज के साथ और भी कई सामानों पर टैक्स 0 फीसदी होगा.
बता दें कि जीएसटी को लागू करने वाला भारत 161 वां देश है.
जीएसटी को लाने की प्रक्रिया को पूरा होने में 17 सालों का लंबा समय लगा
है. इससे देश की 2,000 अरब की अर्थव्यवस्था और 1.3 अरब लोग सभी एक साथ जुड़
जाएंगे और पूरा देश एक साझा बाजार बन जाएगा.